Follow Bhakti Bharat WhatsApp Channel
गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र - Gajendra Moksham StotramDownload APP Now - Download APP NowHanuman Chalisa - Hanuman ChalisaFollow Bhakti Bharat WhatsApp Channel - Follow Bhakti Bharat WhatsApp Channel

काशी विश्वनाथ - Kashi Vishwanath

मुख्य आकर्षण - Key Highlights

◉ बारह ज्योतिर्लिंग के बीच में उत्तर प्रदेश का एक मात्र ज्योतिर्लिंग।
◉ भगवान शिव को विश्वेश्वर के नाम से भी जाना जाता है।
◉ मोदी सरकार द्वारा नव-निर्मित काशी विश्वनाथ कॉरिडॉर।

विश्व प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी में स्थित है। भगवान शिव का यह मंदिर उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर में गंगा नदी के तट पर स्थित है। काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इस मंदिर को विश्वेश्वर के नाम से भी जाना जाता है। इस शब्द का अर्थ है 'ब्रह्मांड का शासक'। यह मंदिर 15.5 मीटर ऊंचा है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की निगरानी में बने तथा केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा नव-निर्मित काशी विश्वनाथ कॉरिडॉर जन-मानस के बीच अत्यधिक सराहनीय कदम बताया जा रहा है। अतः भाजपा इस कॉरिडॉर निर्माण कार्य की उपलब्धता को यू.पी. चुनाव 2022 प्रचार में काफी प्रमुखता के साथ वोटर्स के बीच रख रही है। वैसे भी वाराणसी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोगी जी का संसदीय क्षेत्र है, इस करण भी काशी विश्वनाथ कॉरिडॉरे प्रॉजेक्ट मोदी जी के दिल के अत्यधिक निकट माना जाता है।

विश्वनाथ मंदिर का निर्माण
वर्तमान मंदिर का निर्माण महारानी अहिल्या बाई होल्कर ने वर्ष 1780 में करवाया था। बाद में महाराजा रणजीत सिंह ने 1853 में 1000 किलो शुद्ध सोने से इसे बनवाया था।

काशी विश्वनाथ मंदिर के खुलने का समय:
सुबह 2.30 बजे काशी विश्वनाथ मंदिर के कपाट खुलते हैं, पहली आरती सुबह 3 बजे की जाती है। यहां दिन में पांच बार भगवान शिव की आरती होती है और आखिरी आरती 10.30 बजे की जाती है।
काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन/भ्रमण के दौरान पंडा सुनील पांडे(9580866105) जी द्वारा दी गई जानकारियाँ काफ़ी सहायक और ज्ञानवर्धक थीं।

विश्वनाथ मंदिर के बारे में रोचक तथ्य
वाराणसी शहर भगवान शिव के त्रिशूल पर स्थित है ऐसा माना जाता है कि ।
मंदिर का गुंबद सोने का बना है इसी लिये काशी विश्वनाथ मंदिर को स्वर्ण मंदिर भी कहा जाता है।
पवित्र गंगा नदी में स्नान करने और काशी विश्वनाथ मंदिर में जाने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
मंदिर के गर्भगृह में एक मंडप और एक शिवलिंग है। इसे एक चौकोर चांदी की वेदी में स्थापित किया गया है।
मंदिर परिसर में कालभैरव, भगवान विष्णु और विरुपाक्ष गौरी के मंदिर भी हैं।
जब पृथ्वी का निर्माण हुआ था, तब सूर्य की पहली किरण काशी पर पड़ी थी।

इतिहास कहता है इस मंदिर के दर्शन करने आदि शंकराचार्य, संत एकनाथ, रामकृष्ण परमहंस, स्वामी विवेकानंद, महर्षि दयानंद और गोस्वामी तुलसीदास भी आए थे।

प्रचलित नाम: काशी विश्वनाथ मंदिर, काशी विश्वनाथ मंदिर, काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग

समय - Timings

दर्शन समय
3:00 AM - 10:30 PM
त्योहार
Shivaratri, Pradosh Vrat, Trayodashi Vrat, Sawan Somwar, Akshaya Tritiya, Nag Panchami, Vijayadashami, Naraka Chaturdashi, Vasant Panchami, Eaclipse, Amavasya, Diwali | यह भी जानें: एकादशी

History of Vishwanath Temple

विश्वनाथ मंदिर का इतिहास
पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान शिव देवी पार्वती से विवाह करने के बाद कैलाश पर्वत पर आए थे। उसी समय, देवी पार्वती अपने पिता के घर पर रह रही थीं जहाँ उनकी तबीयत बिल्कुल ठीक नहीं थी। एक दिन देवी पार्वती ने भगवान शिव से उन्हें अपने घर ले जाने के लिए कहा। भगवान शिव देवी के साथ सहमत होकर उन्हें काशी ले आए और विश्वनाथ-ज्योतिर्लिंग के रूप में यहां खुद को स्थापित किया।

इस मंदिर का उल्लेख महाभारत और उपनिषदों में भी मिलता है। इस मंदिर का निर्माण किसने करवाया था इसके बारे में कोई पुख्ता जानकारी नहीं है। वर्ष 1194 में, मुहम्मद गोरी द्वारा इस मंदिर को लूटने के बाद, इसे ध्वस्त कर दिया गया था। इस मंदिर का पुनर्निर्माण किया गया था लेकिन जौनपुर के सुल्तान महमूद शाह ने इसे फिर से ध्वस्त कर दिया। इतिहासकारों के अनुसार, विश्वनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार अकबर के नौरत्नों में से एक राजा टोडरमल ने करवाया था। उन्होंने अकबर के आदेश पर नारायण भट्ट की मदद से वर्ष 1585 में इसका जीर्णोद्धार करवाया।

1669 में औरंगजेब ने एक फरमान जारी किया। जिसके बाद उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाने का आदेश दिया। वहीं कुछ इतिहासकारों के अनुसार ज्ञानवापी मस्जिद का निर्माण 14वीं शताब्दी में जौनपुर के शर्की सुल्तानों ने विश्वनाथ मंदिर को तोड़कर किया था। लेकिन कई इतिहासकार इससे इनकार करते हैं।

Kashi Vishwanath in English

The world famous Kashi Vishwanath Temple is located in Varanasi. This temple of Bhagwan Shiva is situated on the banks of river Ganga in Varanasi city of Uttar Pradesh. Kashi Vishwanath Temple is one of the 12 Jyotirlingas of Bhagwan Shiva.

फोटो प्रदर्शनी - Photo Gallery

Photo in Full View
काशी विश्वनाथ

काशी विश्वनाथ

जानकारियां - Information

संस्थापक
रावण
स्थापना
त्रेता युग
देख-रेख संस्था
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट
समर्पित
भगवान शिव
फोटोग्राफी
🚫 नहीं (मंदिर के अंदर तस्वीर लेना अ-नैतिक है जबकि कोई पूजा करने में व्यस्त है! कृपया मंदिर के नियमों और सुझावों का भी पालन करें।)
नि:शुल्क प्रवेश
हाँ जी

कैसे पहुचें - How To Reach

पता 📧
Lahori Tola Varanasi Uttar Pradesh
सड़क/मार्ग 🚗
Godowlia Road / Dashashumegh Road
रेलवे 🚉
Varanasi City
हवा मार्ग ✈
Lal Bahadur Shastri International Airport
नदी ⛵
Ganga
वेबसाइट 📡
सोशल मीडिया
Download App Download App Facebook Twitter
निर्देशांक 🌐
25.310823°N, 83.010936°E
काशी विश्वनाथ गूगल के मानचित्र पर
http://www.bhaktibharat.com/mandir/kashi-vishwanath

अगला मंदिर दर्शन - Next Darshan

अपने विचार यहाँ लिखें - Write Your Comment

अगर आपको यह मंदिर पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस मंदिर को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

श्री राम स्तुति

Ram Stuti Lyrics in Hindi and English - श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन हरण भवभय दारुणं। नव कंज लोचन कंज मुख...

श्री सूर्य देव - ऊँ जय सूर्य भगवान

ऊँ जय सूर्य भगवान, जय हो दिनकर भगवान। जगत् के नेत्र स्वरूपा, तुम हो त्रिगुण स्वरूपा।

ॐ जय जय शनि महाराज: श्री शनिदेव आरती

ॐ जय जय शनि महाराज, स्वामी जय जय शनि महाराज। कृपा करो हम दीन रंक पर...

×
Bhakti Bharat APP