निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान। तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥
इनके मन में है राम बसे, इनको तो किसी की खबर नहीं ॥
राम का हर पल ध्यान लगाए, राम नाम मतवाला, चिर के सीना दरश कराए, माँ अंजनी का लाला, बाला राम का दीवाना, सियाराम का दीवाना, राम का दीवाना, सियाराम का दीवाना ॥
बालाजी के भक्तों सुनलो, बाबा का गुण गाया करो, श्रद्धा और विश्वास प्रेम से, उनकी ज्योत जगाया करो ॥
जग के स्वामी को श्री राम कहते है, संकट जो काटे उन्हें हनुमान कहते है ॥
आज अयोध्या की गलियों में, घुमे जोगी मतवाला, अलख निरंजन खड़ा पुकारे, देखूंगा तेरा लाला ॥
पुण्य भूमि ये चित्रकूट की, जहाँ बसे श्रीराम, बरस बिता के ग्यारह, इसको बना गए धाम, तुलसी करते रामचरित में,
राम नाम का गान, कामदगिरि में आके बसे भगवान, बरस बिता के ग्यारह, इसको बना गए धाम ॥