ठाकुर बांकेबिहारी का प्राकट्योत्सव विहार पंचमी 17 दिसंबर को मनाई जाएगी। इस दिन दुनिया भर से लाखों श्रद्धालु वृन्दावन पहुंचेंगे। विहार पंचमी के बाद साल के आखिरी दिनों में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे।
विहार पंचमी पर 17 दिसंबर को सुबह 5 बजे निधिवन राज मंदिर में ठाकुर बांकेबिहारी जी के प्राकट्योत्सव का पंचामृत से महाभिषेक होगा। इसके बाद प्राकट्यस्थली के सेवायतों द्वारा आरती की जाएगी। भक्तों के बधाई गायन के साथ दिव्य एवं भव्य शोभा यात्रा सुबह 8 बजे मंदिर से निकलेगी और नगर भ्रमण करते हुए दोपहर 12 बजे बांकेबिहारी मंदिर पहुंचेगी। जहां स्वामी हरिदासजी ठाकुरजी का अभिनंदन करेंगे।
रामायण के अनुसार माना जाता है कि त्रेता युग में इसी दिन सीता और राम का विवाह हुआ था। मिथिला क्षेत्र और अयोध्या में यह तिथि '
विवाह पंचमी' के नाम से प्रसिद्ध है।
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