पूर्व मंत्री गुलचैन सिंह चरक के नेतृत्व में श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर प्रबंधन ट्रस्ट ने श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर परिसर गांधी नगर जम्मू में श्री
"शनि शिला स्थापना दिवस" का आयोजन किया। धार्मिक समारोह में महापौर, निगमायुक्त के साथ बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए।
कार्यक्रम की शुरुआत श्री गणेश और नवगृह पूजन के साथ हुई, जिसके बाद मंदिर के पुजारियों, सदस्य ट्रस्टियों, विशेष आमंत्रित लोगों और अन्य प्रमुख भक्तों के साथ विद्वान पंडितों द्वारा हवन/यज्ञ, पुष्प अभिषेक और श्री शनि देव जी का श्रृंगार किया गया। इस शुभ अवसर पर पूर्णाहुति करने के बाद महाआरती का आयोजन किया गया। विभिन्न धार्मिक विद्वानों ने शनि शिला "महाराष्ट्र में शनि शिंगना पुर मंदिर की प्रतिकृति" के बारे में अपने विचार व्यक्त किए और भगवान शनि देव के आशीर्वाद के लिए प्रार्थना की।
अश्वनी कुमार शास्त्री ने शनि पूजा के तरीकों पर प्रकाश डालते हुए उपस्थित लोगों को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शनिदेव की कुदृष्टि दु:ख, नीरसता, आलस्य, असफलता, दरिद्रता, विलंब और अन्य प्रतिकूलताओं का कारण मानी जाती है। उन्होंने परिसर में "श्री यंत्र" और "नव गृह मंदिर" में श्री शनिदेव जी और अन्य गृहों की पूजा उचित तरीके से करने के लिए की गई अलग-अलग व्यवस्था के बारे में भी बताया।
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