काशी में चातुर्मास व्रत महोत्सव के बाद अब कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य शंकर विजयेंद्र सरस्वती अयोध्या में कारसेवकों के लिए शांति अनुष्ठान करेंगे। वह 10 अक्टूबर को अयोध्या जा रहे हैं। वहां 20 दिनों तक रहेंगे।
अयोध्या में मारे गए कार सेवकों की आत्मा की शांति के लिए शंकराचार्य चतुर्दशी पर सरयू तट पर शांति अनुष्ठान करेंगे। सभी अनुष्ठान शंकराचार्य के मार्गदर्शन में किए जाएंगे।❀ राम मंदिर के भूमिपूजन के दौरान कांची की मिट्टी और पांच सोने के सिक्के भी भेजे गए थे. रामलला के मंदिर का निर्माण कार्य अब पूरा होने वाला है।
❀ कांची कामकोटि पीठ की शाखा अयोध्या में संचालित है। इसके साथ ही मठ प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की जिम्मेदारी भी निभा रहा है।
❀ प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के लिए देशभर से 120 विद्वानों का चयन किया गया है। इसमें काशी के 40 विद्वान भी भाग लेंगे।
विजयादशमी के दिन शास्त्र और शस्त्रों की पूजा की जाती है।
इसके साथ ही कांची पीठ द्वारा संचालित वेद रक्षण निधि ट्रस्ट के दीक्षांत समारोह एवं विद्यार्थियों का दीक्षांत समारोह भी आयोजित किया जाएगा। इसमें 230 छात्र-छात्राओं को संस्था की ओर से डिग्री व प्रमाणपत्र प्रदान किये जायेंगे।
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