हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश के कारण भयंकर जलभराव हो गया है।
लगातार बारिश के कारण पंचवक्त्र मंदिर और एक अन्य पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) द्वारा हिमाचल प्रदेश के लिए रेड अलर्ट जारी करने के एक दिन बाद, कुल्लू जिले में भूस्खलन की सूचना मिली।मंडी जिले का ऐतिहासिक पंचवक्त्र मंदिर ब्यास नदी की लहरों से घिरा हुआ है। हिमाचल में जहां तीन दिन से हो रही मूसलाधार बारिश से तबाही का मंजर है, वहीं छोटी काशी का यह मंदिर सुरक्षित है।
ब्यास का पानी, मंदिर के शिखर के करीब पहुंच गया, लेकिन महादेव के इस मंदिर को नदी के बहाव से कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। यह मंदिर बिल्कुल
केदारनाथ जैसा दिखता है। दस साल पहले जब केदारनाथ मंदिर और मन्दाकिनी नदी की धारा के बीच एक चट्टान आ गई थी और मंदिर सुरक्षित रह गया था। अब हिमाचल में बाढ़ से मचे हाहाकार के बीच एक बार फिर चमत्कार हुआ है। जहां एक ओर पुल, पहाड़ और बड़े-बड़े घर ढह गए वहीं दूसरी ओर पंचवक्त्र मंदिर पर कोई असर नहीं पड़ा है।
मंडी में अभी भी बारिश हो रही है और जो ताजा तस्वीरें सामने आई हैं उनमें मंदिर के शीर्ष को देखा जा सकता है। भारी बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ने से मंडी में स्थानीय लोगों की चिंता बढ़ गई है।अगर आपको यह हिंदी न्यूज़ पसंद है, तो कृपया
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