पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने परिवार के साथ श्री राम लला की पूजा की। वह कुबेर टीला भी गये और पक्षीराज जटायु की विशाल प्रतिमा को आदरपूर्वक प्रणाम किया। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय उनके स्वागत के लिए पहले से ही मंदिर परिसर में मौजूद थे।
अयोध्या के इतिहास की चर्चा करने वाली पुस्तक रुद्रयामल के अनुसार, धन के देवता कुबेर युगों पहले कुबेर टीले पर आए थे। उन्होंने श्रीराम जन्मस्थान के पास एक ऊंचे टीले पर शिवलिंग की स्थापना की थी, जिसे
कुबेरेश्वर महादेव कहा जाता है। राम मंदिर निर्माण से पहले संतों ने इसी शिव मंदिर में रुद्राभिषेक कर भोले की आराधना की थी।
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