भगवान कृष्ण का पवित्र स्थान द्वारका धार्मिक पर्यटन का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनने की राह पर है। हाल ही में सरकार द्वारा किए गए प्रयासों से इस क्षेत्र को नया स्वरूप मिला है, जो सनातन धर्म के अनुयायियों के लिए गौरव और प्रेरणा का स्रोत बन रहा है।
बेट द्वारका, द्वारका से 35 किमी दूर स्थित एक द्वीप, भगवान कृष्ण का निवास स्थान था। यहां स्थित भगवान द्वारकाधीश का मंदिर और सुदर्शन भगवान कृष्ण का महल हिंदुओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल हैं।
केंद्र सरकार इसे पश्चिमी भारत का सबसे बड़ा आध्यात्मिक केंद्र बनाने जा रही है। गुजरात के सबसे बड़े धार्मिक प्रोजेक्ट से न सिर्फ द्वारका की सूरत बदलेगी, बल्कि शिवराजपुर समुद्री क्षेत्र का भी विकास होगा। द्वारका में द्वारकाधीश मंदिर से लेकर बेट द्वारका और ज्योतिर्लिंग नागेश्वर तक सभी मंदिर जुड़ेंगे। इनमें द्वारकाधीश मंदिर, रुक्मिणी-बलराम मंदिर, सांवलियाजी मंदिर, गोवर्धननाथ मंदिर, महाप्रभु बैठक, वासुदेव, हनुमान मंदिर और नारायण मंदिर शामिल हैं।
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