भारद्वाज आश्रम @ Uttar Pradesh
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में स्थित भारद्वाज आश्रम, महाकाव्य रामायण से जुड़ा एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक और ऐतिहासिक स्थल है।
वेणी माधव मंदिर @Prayagraj Uttar Pradesh
प्रयाग में पवित्र त्रिवेणी संगम के पास दरनगंज में स्थित वेणी माधव मंदिर, भगवान विष्णु को समर्पित एक प्रमुख और प्राचीन मंदिर है।
काशी विश्वनाथ @Varanasi Uttar Pradesh
विश्व प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी में स्थित है। भगवान शिव का यह मंदिर उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर में गंगा नदी के तट पर स्थित है। काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
महाकालेश्वर @Ujjain Madhya Pradesh
विश्व प्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी में स्थित है। भगवान शिव का यह मंदिर उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर में गंगा नदी के तट पर स्थित है। काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
सोमनाथ ज्योतिर्लिंग @Somnath Gujarat
श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर भारत के बारह(12) आदि ज्योतिर्लिंगों में से सबसे प्रथम है। सोमनाथ मे सोम का अर्थ है चंद्र देव (चंद्रमा), तथा नाथ का अर्थ भगवान है।
बैजू मंदिर, देवघर @Deoghar Jharkhand
एक मान्यता यह भी है कि बैजू नामक एक चरवाहे ने इस ज्योतिर्लिंग की खोज की थी और उसी के नाम पर इस जगह का नाम बैद्यनाथ धाम पड़ा।
तेली का मंदिर @Gwalior Madhya Pradesh
मंदिर का निर्माण प्रतिहार राजा मिहिर भोज के शासनकाल में, तेल के व्यापारियों द्वारा दिए गए धन से हुआ था, इसलिए इस मंदिर को तेली का मंदिर कहते हैं।
तारकनाथ मंदिर @Tarakeswar West Bengal
बाबा तारक नाथ और तारकेश्वर मंदिर, भारत के बंगाल राज्य की राजधानी कोलकाता से 85 किलोमीटर की दूरी पर हुुगली जिले में तारकेश्वर नामक एक प्रमुख शहर में स्थित है। तारकेश्वर मंदिर भगवान तारकनाथ को समर्पित है, जो भगवान शिव के ही एक रूप है।
माँ छिन्नमस्ता मंदिर @Rajrappa Jharkhand
छिन्नमस्ता मंदिर झारखंड की राजधानी रांची से लगभग 80 किमी दूर रजरप्पा में स्थित है। यह भारत के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है। भैरवी-भेदा और दामोदर नदियों के संगम पर स्थित है।
नई दिल्ली कालीबाड़ी @Mandir Marg New Delhi
नई दिल्ली कालीबाड़ी (Bengali: নতুন দিল্লী কালীবাড়ি), दिल्ली में बंगाली संस्कृति का प्रमुख केंद्र है, दिल्ली-एनसीआर मे स्थापित यह माँ काली का सबसे पुराना मंदिर है।
जदुद्वारा @Sirsaganj Uttar Pradesh
सिरसागंज में यदुवंशी योगिराज श्री कृष्ण का यह धार्मिक स्थल जदुद्वारा के नाम से जाना जाता है। सिरसागंज में निवास करने वाले राजपूत, स्वयं को भगवान श्री कृष्ण के वंशज मानते हैं, तथा श्री कृष्ण का वंश यदुवंश है। अतः भगवान श्री कृष्ण को समर्पित इस धाम को जदुद्वारा कहा गया है।
मंदिर (English: Mandir, Gujarati: મંદિર, Bengali: মন্দির, Telugu: మందిరం, Malayalam: ക്ഷേത്രം, Kannada: ದೇವಸ್ಥಾನ) and gurudwara is the Hindu, Buddhist and Jain name for a place of worship or prayer. A space and structure designed to bring human beings and Gods together, infused with symbolism to express the ideas and beliefs. Bhakti Bharat Celebrating 301+ Temples.