तमिल संस्कृति को सजोए रामकृष्ण पुरम की पहाड़ी पर स्थित भगवान मुरुगन का यह उत्तरा स्वामीमलाई मंदिर (तमिल: உத்தர சுவாமி மலை கோவில்) दिल्ली में मलाई मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है।
मंदिर दक्षिण भारतीय मंदिर वास्तुकला चोल, पंड्या की भव्यता को दर्शाता है। मंदिर के निकट बंगाली सभ्यता-संस्कृति से बना दक्षिण दिल्ली कालीबाड़ी भी स्थित हैमंदिर के निकट बंगाली सभ्यता-संस्कृति से बना दक्षिण दिल्ली कालीबाड़ी भी स्थित है।
जिन लोगों को तमिल भाषा का ज्ञान नहीं है, उनको मलाई मंदिर सुनकर ऐसा लगता है, जैसे कि मंदिर में भगवान को मलाई का भोग लगाया जाता होगा या फिर मंदिर में मलाई का प्रसाद वितरित किया जाता है। परंतु इन सभी से हटकर तथ्य है कि, तमिल भाषा में पहाड़ी को मलाई कहा जाता है, अतः पहाड़ी पर स्थित होने की वजह से उत्तरा स्वामीमलाई मंदिर को मलाई मंदिर कहा जाने लगा।
Pandya Style Architecture of Sree Sundareswarar Temple
Green, Skyblue and Colorful Picture of Temple
Beautiful Wall Paint
Colorful Shikhar Decoration
Navagraha Temple
Hawan Shala and Satsang Hall Area
Closeup Top of The Main Gate Shikhar
Full View of Malai Mandir
Pratham Shri Ganesh Ji
8 September 1965
मंदिर की आधारशिला।
7 June 1973
भगवान स्वामीनाथ के मुख्य मंदिर का अभिषेक तथा स्थापना।
18 September 1983
शिल्पा कला मंडपम की स्थापना।
13 June 1990
श्री करपागा विनायक, श्री सुंदरेश्वर और देवी मीनाक्षी के मंदिरों का अभिषेक किया गया।
7 July 1995
नवग्रह मंदिर का कुंभाभिषेक किया गया।
9 November 1997
आदि शंकरा हॉल का उद्घाटन किया गया।
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