Pitru Paksha | Kanagat 2024
Hanuman Chalisa - Download APP Now - Durga Chalisa - Follow Bhakti Bharat WhatsApp Channel -

तारिणी मंदिर - Tarini Temple

मुख्य आकर्षण - Key Highlights

◉ चैती यात्रा सबसे लोकप्रिय एवं प्रसिद्ध त्यौहार है।
◉ पौराणिक माँ दुर्गा मंदिर।

घाटगांव तारिणी ओडिशा का एक प्रसिद्ध तीर्थस्थल है। यह मंदिर माँ तारिणि (देवी दुर्गा का रूप) को समर्पित है, माँ तारिणी मंदिर आधुनिक समय में बना है, देवता का कच्चा रूप इसकी प्राचीन उत्पत्ति को सही ठहराता है। किवदंती है कि माँ तारिणी अपने भक्तों के प्रति दयालु और परोपकारी हैं। माँ तारिणी पीठ की सुंदरता को बढ़ाने वाले निकटतम वन आरक्षित विभिन्न वन्यजीवों का आश्रय स्थल है। मंगलवार को देवी पीठ में ज्यादा भीड़ होती है।

मंदिर के प्रवेश द्वार के ऊपर सात श्वेत घोंड़ो कर सवार सूर्य देव विराजमान हैं। माँ तारिणी मंदिर में चार से अधिक गेट हैं, जिससे दर्शनार्थी भक्तों को निकलने एवं प्रवेश करने में आसानी रहती है। मंदिर में पीने के स्वच्छ पानी की अच्छी व्यवस्था की गई है, तथा बाहर से आने वाले भक्तों की सुविधा हेतु वाहनों के लिए निःशुल्क पार्किंग की भी सुविधा भी उपलब्ध है। मंदिर परिसर के अंदर स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा गया है।

पौराणिक कथा:
स्थानीय लोगों का कहना है कि केंदुझर के राजा तारिणी माँ को इस शर्त के साथ पुरी से केंदुझर ला रहे थे कि अगर वह पीछे मुड़े तो वह आगे नहीं बढ़ेंगी। राजा घोड़े पर सवार थे और माता उसके पीछे जा रही थी। राजा को पता चल गया कि उनके आभूषणों की आवाज से माँ तारिणी पीछे आ रही है लेकिन घने जंगल में घाटगांव के पास गहनों की आवाज नहीं आई और राजा ने पीछे मुड़कर देखा कि वह नहीं आ रही है।

लेकिन माँ तारिणी आ रही थीं और जंगल की मिट्टी के कारण उनके आभूषणों की आवाज नहीं आ रही थी। स्थिति के कारण माँ तारिणी वहाँ रुकी और वन की रानी के रूप में पूजा पाने लगी।

त्यौहार:
चैती यात्रा इस जगह का सबसे लोकप्रिय और प्रसिद्ध त्योहार है जो अप्रैल के महीने में मनाया जाता है। आमतौर पर यह चैत्र के अंतिम 5 दिनों और बैसाख के पहले 2 दिनों के बीच यानी हर साल 9-15 अप्रैल के बीच मनाया जाता है। बैसाख के पहले दिन को उड़िया नववर्ष के रूप में माना जाता है।

भक्त बहुत प्यार से देवी को नारियल चढ़ाते हैं और अभी भी आदिवासी पुजारियों द्वारा उनकी पूजा की जाती है। भक्त अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए माता को घंटियां भी चढ़ाते हैं।

स्थानीय लोग चैत्र पूर्णिमा के महीने में महा बिसुब संक्रांति मनाते हैं। राज्य के भीतर और राज्य के बाहर लाखों की संख्या में पर्यटक साल भर माता को दर्शन के लिए आते हैं। माँ तारिणी पीठ केंदुझर शहर से सिर्फ 45 किमी दूर है।

प्रचलित नाम: घाटगांव तारिणी मंदिर

समय - Timings

त्योहार
Navratri, Akshaya Tritiya, Jagannath Rathyatra, Janmashtami, Vijya Dashmi, Sharad Poonam, Diwali, Tulsi Vivah | यह भी जानें: एकादशी

Tarini Temple in English

In Odisha, Ghatgaon Tarini is a famous pilgrimage center. This temple is dedicated to Maa Tarini, Maa Tarini temple built in the modern era

जानकारियां - Information

समर्पित
माँ तारिणी
वास्तुकला
कलिंग बौद्ध वास्तुकला
फोटोग्राफी
🚫 नहीं (मंदिर के अंदर तस्वीर लेना अ-नैतिक है जबकि कोई पूजा करने में व्यस्त है! कृपया मंदिर के नियमों और सुझावों का भी पालन करें।)
नि:शुल्क प्रवेश
हाँ जी

कैसे पहुचें - How To Reach

पता 📧
Maa Tarini Temple Ghatgaon Odisha
सड़क/मार्ग 🚗
Keonjhar - Ghatgaon - Panikoili Road
नदी ⛵
Mudala River, Baitarani River
सोशल मीडिया
निर्देशांक 🌐
21.393260°N, 85.896666°E
तारिणी मंदिर गूगल के मानचित्र पर
http://www.bhaktibharat.com/mandir/tarini-temple

अपने विचार यहाँ लिखें - Write Your Comment

अगर आपको यह मंदिर पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस मंदिर को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

सन्तोषी माता आरती

जय सन्तोषी माता, मैया जय सन्तोषी माता। अपने सेवक जन की सुख सम्पति दाता..

जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी - आरती

जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी, तुमको निशदिन ध्यावत, हरि ब्रह्मा शिवरी॥

श्री बृहस्पति देव की आरती

जय वृहस्पति देवा, ऊँ जय वृहस्पति देवा । छिन छिन भोग लगा‌ऊँ..

×
Bhakti Bharat APP