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सोमनाथ ज्योतिर्लिंग - Somnath Jyotirlinga

मुख्य आकर्षण - Key Highlights

◉ बारह ज्योतिर्लिंग मे पहला आदी ज्योतिर्लिंग।
◉ आरती समय: सुबह 7:00 बजे, दोपहर 12:00 बजे और शाम 8:00 बजे।
◉ दैनिक प्रकाश और ध्वनि शो।
◉ दाहिनी ओर शिव महिमा झाँकियाँ।
◉ मंदिर का कलश 15 मीटर और ऊँचाई, ध्वज दंड 8.2 मीटर है।

श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर भारत के बारह(12) आदि ज्योतिर्लिंगों में से सबसे प्रथम है। सोमनाथ मे सोम का अर्थ है चंद्र देव (चंद्रमा), तथा नाथ का अर्थ भगवान है। सोमनाथ प्राचीन काल से ही तीन नदियों कपिला, हिरण्या और सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर स्थित है।

मंदिर के केंद्रीय हॉल को अष्टकोणीय शिव-यंत्र का आकार दिया गया है। मंदिर को समुद्र की दीवार से सुरक्षा प्रदान की गई है, इसका अर्थ है कि उस विशेष देशांतर पर मंदिर और दक्षिणी ध्रुव के बीच कोई भूमि नहीं है। मंदिर मे यह स्थिति तीर-स्तंभ द्वारा इंगित की गई है, जिसे संस्कृत में बाणस्तंभ कहा जाता है।

1951 में भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने मंदिर का उद्घाटन करते हुए अपने संबोधन मे कहा: सोमनाथ मंदिर का पुनर्निर्माण उस दिन तक पूरा हुआ नहीं माना जाएगा जब न केवल इस आधार पर एक भव्य मंदिर बन गया है, बल्कि प्रत्येक भारतीयों के जीवन मे वह वास्तविक समृद्धि होगी, जिस सघन समृद्धि का यह प्राचीन सोमनाथ मंदिर एक प्रतीक था। उन्होंने आगे शब्द जोड़ते हुए कहा, सोमनाथ मंदिर दर्शाता है कि पुनर्निर्माण रूपी शक्ति हमेशा विनाश रूपी नकारात्मकता से विजयी होती है।

मंदिर के मुख्य गर्भगृह में, मंदिर के अधिकृत पुजारियों को छोड़कर सभी का प्रवेश वर्जित है। सभी इलेक्ट्रॉनिक / इलेक्ट्रिकल उपकरण, गैजेट आदि का मंदिर परिसर में ले जाना सख्ती के साथ प्रतिबंधित हैं। इन सभी वस्तुओं को रखने के लिए मंदिर ट्रस्ट की ओर से नि:शुल्क क्लोक रूम / लॉकर की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।

द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्रम्: सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्रीशैले मल्लिकार्जुनम्।

प्रचलित नाम: श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग मंदिर

समय - Timings

दर्शन समय
6:00 AM - 9:30 PM
7:00 AM: प्रभात आरती
12:00 PM: अपरान्ह आरती
7:00 PM: संध्या आरती
8:00 PM: लाइट एंड साउंड शो (बरसात के मौसम मे नहीं)
त्योहार
Shivaratri, Pradosh Vrat, Trayodashi Vrat, Sawan Somwar, Akshaya Tritiya, Nag Panchami, Vijayadashami, Naraka Chaturdashi, Vasant Panchami, Eaclipse, Amavasya, Golokdham Utsav, Diwali|Kartik Purnima Fair, Somnath Sthapana Divas | यह भी जानें: एकादशी

लाइव दर्शन - Live Darshan

Somnath Jyotirlinga in English

Shri Somnath Jyotirlinga Mandir is first among the twelve(12) Aadi Jyotirlings of India. Somnath means The Lord of the Soma, and the meaning of Soma is Chandra Dev (Lord Moon).

फोटो प्रदर्शनी - Photo Gallery

Photo in Full View
The full horizontal view from right side of the temple. Beautiful sunset view with electric bulb, yagyashala and temple pooja mandapam.

The full horizontal view from right side of the temple. Beautiful sunset view with electric bulb, yagyashala and temple pooja mandapam.

Highest main shikhar having red dhwaja, damru and trishul in front of the temple

Highest main shikhar having red dhwaja, damru and trishul in front of the temple

सोमनाथ ज्योतिर्लिंग

सोमनाथ ज्योतिर्लिंग

Primary Viman can be seen from most of the Somnath beaches.

Primary Viman can be seen from most of the Somnath beaches.

जानकारियां - Information

मंत्र
जय सोमनाथ॥
धाम
Shivling with GanShri Tripur Sundari MaaShri GaneshShri Kashtabhanjan HanumanYagyashalaMaa TulsiPeepal Tree
बुनियादी सेवाएं
Prasad, Drinking Water, Wheel Chairs, Lift, Shoe Store, Cloak Room, Guest Houses, Bhojanalay, Sitting Benches, Sound System
धर्मार्थ सेवाएं
Sagar Darshan Atithigruh, Lilavati Atithigruh, Maheshwari Samaj Atithi Gruh, Tanna Atithigruh, Dharmashala, Sanskritik Bhavan, Swastik Plaza
संस्थापक
चन्द्र देव
स्थापना
सतयुग
देख-रेख संस्था
श्री सोमनाथ ट्रस्ट गुजरात
समर्पित
भगवान शिव
वास्तुकला
चालुक्य शैली
फोटोग्राफी
🚫 नहीं (मंदिर के अंदर तस्वीर लेना अ-नैतिक है जबकि कोई पूजा करने में व्यस्त है! कृपया मंदिर के नियमों और सुझावों का भी पालन करें।)
नि:शुल्क प्रवेश
हाँ जी

क्रमवद्ध - Timeline

Satyug

भगवान शिव ने चंद्रमा को अंधेरे के अभिशाप से छुटकारा दिलाया, चंद्र देव ने इस जगह पर एक स्वर्ण मंदिर का निर्माण किया था।

Tretayug

रावण ने चाँदी से इस मंदिर का जीर्णोद्धार करता है।

Dwaparayug

भगवान श्री कृष्ण ने सोमनाथ मंदिर का पुनः निर्माण चंदन से किया।

13 November 1947

सरदार पटेल द्वारा आधुनिक मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया।

11 May 1951

भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद की उपस्थिति मे नए मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा। अक्टूबर 1950 में, उस स्थल पर मौजूद मस्जिद को कुछ किलोमीटर दूर स्थानांतरित कर दिया गया था।

वीडियो - Video Gallery

कैसे पहुचें - How To Reach

पता 📧
Prabhas Patan, Veraval, Gir Somnath Somnath Gujarat
सड़क/मार्ग 🚗
Somnath Una Highway
रेलवे 🚉
Veraval
हवा मार्ग ✈
Sardar Vallabhbhai Patel International Airport
नदी ⛵
Hiran, Kapila
वेबसाइट 📡
सोशल मीडिया
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निर्देशांक 🌐
20.888054°N, 70.402042°E
सोमनाथ ज्योतिर्लिंग गूगल के मानचित्र पर
http://www.bhaktibharat.com/mandir/somnath-jyotirlinga

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