श्री शीतला माता मंदिर (Shri Sheetla Mata Mandir) गुरु द्रोणाचार्य की पत्नी देवी कृपी/किरपाई को समर्पित है। यह मंदिर भारत में हरियाणा राज्य में गुड़गांव जिले के गुड़गांव शहर में शीतला माता रोड पर स्थित है। यह मंदिर बहुत प्रसिद्ध है और यहां बड़ी संख्या में लोग आते हैं। श्री शीतला माता गुरुग्राम की कुलदेवी हैं इसलिए यहाँ भक्त मुंडन संस्कार करते हैं और विवाहित जोड़े आशीर्वाद लेने आते हैं।
शीतला माता मंदिर गुड़गांव का इतिहास
माता शीतला देवी, जो भारतीय महाकाव्य महाभारत के अनुसार पांडवों और कौरवों की गुरुमां थीं। यही कारण है कि गुड़गांव, जिसे अब गुरु + ग्राम या गुरु के गांव से गुरुगाम के रूप में बदल दिया गया है।
किरपाई, जिसे ललिता भी कहा जाता है और बाद में माता शीतला, पास के केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली में स्थित केशोपुर गाँव में रहती थीं। उनके पति द्रोणाचार्य उनके गुरुग्राम आश्रम से प्रतिदिन केशोपुर आते थे। उन्होंने खुद को बीमार बच्चों, विशेषकर चेचक से पीड़ित बच्चों की देखभाल के लिए समर्पित कर दिया। लोग स्नेह और सम्मान से उन्हें माता (मां) कहते थे। उनकी मृत्यु के बाद ग्रामीणों द्वारा उनके सम्मान में एक मंदिर बनाया गया और उन्हें माता शीतला या माता मसानी, यानी 'चेचक की देवी' के रूप में याद किया जाने लगा। वर्तमान मंदिर का निर्माण 18 वीं शताब्दी में भरतपुर के हिंदू जाट राजा जवाहर सिंह ने मुगलों पर अपनी जीत की याद में किया था, जिसके लिए उन्होंने शीतला माता का आशीर्वाद लिया था।
आस-पास के अन्य आकर्षण
गुरुग्राम भीम कुण्ड
गुरुग्राम भीम कुंड जिसे पिंचोखड़ा झोड के नाम से भी जाना जाता है, भारत में हरियाणा राज्य में गुरुग्राम जिले के गुरुग्राम शहर के भीम नगर इलाके में 10 एकड़ की आर्द्रभूमि है। यह राजीव चौक, गुरुग्राम से लगभग 3 किमी दूर सेक्टर 4, 6 और 8 के बीच स्थित है।
एकलव्य मंदिर
भारत के हरियाणा राज्य में गुरुग्राम शहर के सेक्टर 37 के खांडसा गांव में महाभारत प्रसिद्धि एकलव्य के सम्मान में एक एकलव्य मंदिर है। लोककथाओं के अनुसार, यह एकलव्य का एकमात्र मंदिर है और यह वह स्थान है जहाँ एकलव्य ने अपना अंगूठा काटकर गुरु द्रोण को अर्पित किया था।
New Front entrance, new structure is not place of prayer. Its place of office, library, Kitchen and other official work.
Top shikhar view from mela parking area which is beside the road.
A huge Lord Shiv statue in dhyana mudra, at left side outer garden, before prayer hall.
It is believed, Mata Sheetala is wife of Guru Dronacharya in the epic Mahabharata
Haryanvi album `Maa Sabki Jholi Bhar De` Mata ki badhai bhajan by Shri Ashok Kumar Gohaniyan, Singer - Shri Ram Kaushik
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