गाजीपुर से अक्षरधाम जाते हुए लेफ्ट साइड मे पेट्रोल पंप को पार करते हुए, आपकी नजर को सुकून देने वाली भगवान शिव की एक विशाल प्रतिमा आपको दिखाई देगी। यह पूर्वी दिल्ली का सबसे बड़ा, वही माँ वैष्णो का पवित्र धाम श्री नीलम माता वैष्णो मंदिर है, जिसकी कल्पना देवी नीलम ने की है।
श्री महा शिवरात्रि पर्व 11 मार्च 2021 गुरुवार, विद्वान पंडितों द्वारा रुद्रा अभिषेक प्रातः 5:30 बजे से।
रात्रि चार परह की पूजा ततः आरती समय 8, 10, 12, 2 बजे, भंडारा 12 बजे।
मंदिर की लोकेशन दो सड़कों के मिलने वाले कॉर्नर पर होने की वजह से, मंदिर मे काफी भक्तों की संख्या को मेनेज करने की सुविधा उनके दो प्रवेश द्वारों की सहयता से किया जा सकता है। मंदिर के बेसमेंट मे भक्त पवित्र गुफा के दर्शन लाभ शरद ऋतु मे शाम 5 बजे से और गर्मियों मे शाम 6 बजे से उठा सकते हैं। मंदिर मे समय-समय पर गरीब स्कूली बच्चों की सहयता हेतु, पाठ्यक्रम समीग्री का वितरण किया जाता है। मंदिर मे हर मंगलवार को माता की चौकी व्यवस्था के साथ भंडारे का आयोजन भी किया जाता है।
Main murti of Maa Sherawali at the centre of all dham as well as in front of entrance.
Inner main prarthana hall, most of the dham are attached with this hall.
Main entrance is looking as, five loins are eager to ride and waiting their chance.
Mata darshan can be visible from outside and opposite side of road.
Bhagwan Shri Shiv in dhyan mudra with kamdhenu ot the top most floor.
श्री नीलम माता वैष्णो मंदिर
Bhagirathi Ganga avtaran visual representation by considering Mahadev as centre of creator.
Beautiful lotus standing saptarishi on these flowers on both side of entrance
1997
मंदिर की प्रारंभिक नीव रखने का समारोह।
2000
मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह।
** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें।