मैहर माता मंदिर मध्य प्रदेश के मैहर शहर की त्रिकुट पहाड़ी पर स्थित है। मैहर माता मंदिर माँ शारदा को समर्पित है। 51 शक्तिपीठों में से एक मैहर के शारदा मंदिर में माता सती का हार गिरा था। कुछ अनुयायी इस मंदिर को 51 शक्तिपीठों में नहीं मानते हैं। कहा जाता है कि पहाड़ की चोटी पर बने इस मंदिर के दर्शन करने वालों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
मैहर माता मंदिर के पीछे की पौराणिक कथा:
मैहर के स्थानीय लोगों के अनुसार, आल्हा और ऊदल योद्धा, जो पृथ्वी राज चौहान के साथ युद्ध में थे, शारदा देवी के बहुत ससक्त उपासक थे। कहा जाता है कि वे इस सुदूर जंगल में देवी के दर्शन करने वाले पहले व्यक्ति हैं। वे माता रानी को शारदा माई के नाम से पुकारते थे, और इसलिए वे शारदा माई के नाम से लोकप्रिय हुईं। आल्हा ने 12 वर्षों तक पूजा की और माता शारदा देवी के आशीर्वाद से अमरत्व प्राप्त किया।
कहा यह भी जाता है कि आल्हा और ऊदल ने अपनी जीभ काट कर माता को अर्पित कर उन्हें प्रसन्न किया थी। तथा प्रसन्न होकर देवी ने उसकी जीभ को फिर से जोड़ दिया। इस कहानी के अलावा मैहर मध्य प्रदेश का एक बहुत प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है। इस मंदिर के दर्शन के लिए प्रतिदिन हजारों धार्मिक तीर्थयात्री आते हैं।
मैहर माता मंदिर के पीछे चमत्कारी चमत्कार:
मैहर माता मंदिर एक ऐसा मंदिर है जहाँ हर रोज एक चमत्कारी घटना अवश्य घटती है। रात के समय मंदिर में कोई नहीं रुकता, लेकिन अगली सुबह पुजारी के आने से पहले देवी माँ के सामने ताजे फूल मिलते हैं। ऐसा माना जाता है कि इन फूलों को वीर योद्धा आल्हा-ऊदल ही अर्पित करने आते हैं, और अर्पित करने के बाद वहाँ से चले जाते हैं।
कैसे पहुंचे मैहर माता मंदिर:
इस मंदिर में माता के दर्शन के लिए 1001 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं। हालांकि पिछले कुछ सालों से यहां रोपवे की सुविधा भी शुरू हो गई है श्रद्धालु इस सुविधा का इस्तेमाल कर सकते हैं। मैहर प्रमुख शहरों से रोडवेज और रेलवे दोनों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यहां से आप शारदा माता मंदिर तक ऑटो रिक्शा या टैक्सी किराए पर ले सकते हैं।
मंदिर मे आस-पास के स्थानीय जन अपने नवजात शिशु के मुंडन संस्कार के लिए यहाँ बड़ी अधिक संख्या मे आते है। अतः भक्तों की उचित सुविधा हेतु मंदिर द्वारा यहाँ मुंडन संस्कार की उचित व्यवस्था भी की गई है।मंदिर के निकट आल्हा तालाब तथा आल्हा-ऊदल अखाड़ा जैसे पर्यटक स्थल भी स्थित हैं।
माँ शारदा के प्रसिद्ध मंदिर के साथ-साथ मैहर शहर मे आल्हा मंदिर, बड़ा अखाड़ा मंदिर, गोलमठ मंदिर, बड़ी माई मंदिर एवं सीमेंट प्लांट में इच्छापूर्ति मन्दिर स्थित हैं।
पवित्र माँ शारदा मंदिर मध्य प्रदेश के सतना जिले के ग्राम मैहर में स्थित है। मंदिर सतना जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर है।
मैहर देवी मंदिर में सीढ़ी कितनी है?
मंदिर त्रिकूट पर्वत पर 600 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इस मंदिर तक जाने वाले मार्ग में तीन सौ फीट गाड़ी से भी जा सकते हैं। प्रथम भाग की यात्रा में 480 सीढ़ियाँ तथा दूसरे भाग मे 228 सीढ़ियाँ हैं।
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