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कुरमानाथ स्वामी मंदिर - Kurmanatha Swamy Temple

मुख्य आकर्षण - Key Highlights

◉ श्री कूर्म दुनिया का एकमात्र भारतीय मंदिर है जहां विष्णु को उनके कूर्म अवतार में पूजा जाता है।
◉ इस मंदिर की खास बात यह है कि मुख्य मूर्ति का मुख पश्चिम दिशा की ओर है।
◉ मंदिर के सामने और पीछे दोनों तरफ ध्वजस्तंब हैं
◉ इस मंदिर में 201 स्तंभ हैं, और प्रत्येक स्तंभ की अलग-अलग पहचान है

श्री कुरमानाथ स्वामी मंदिर हिंदू भगवान विष्णु के कुर्म अवतार को समर्पित है, जिन्हें कुर्मानाथ स्वामी के रूप में पूजा जाता है, और उनकी पत्नी लक्ष्मी को कुरमनायकी के रूप में पूजा जाता है। श्री कुरमानाथ स्वामी मंदिर श्रीकाकुलम जिले में आंध्र प्रदेश राज्य के दक्षिणी पूर्वी तट पर स्थित है। हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, माना जाता है कि पीठासीन देवता यहां कछुए के आकार के देवता के रूप में प्रकट हुए थे। तब ब्रह्मा ने गोपाल यंत्र से देवता का अभिषेक किया। यह मंदिर पूर्वजों की पूजा के लिए प्रसिद्ध है।

श्री कुरमानाथ स्वामी मंदिर के पीछे की पौराणिक कथा:
पौराणिक कथाओं के आधार पर, सत्य युग के समय, सभी देवों और राक्षसों ने क्षीरसागर का मंथन किया था। तब भगवान विष्णु ने कूर्म या कछुआ अवतार लिया और मंथन की छड़ी मंदरा पर्वत को अपनी पीठ पर उठा लिया। और इस कूर्म अवतार से जुड़ी कुछ और कहानियां भी हैं।

वास्तुकला की इस मंदिर शैली में आंध्र और कलिंग दोनों का मिश्रण है, और मंदिर पिरामिड संरचना से विमान की तरह द्रविड़ संरचना जैसा दिखता है। मंदिर मुख मंडप अंतराला की ओर जाता है। श्री रामानुजाचार्य द्वारा स्थापित कूर्मक्षेत्र का पवित्र स्थान है। यह स्थान नरहरि तीर्थ नाम से भी जाना जाता है।

श्री कुरमानाथ स्वामी मंदिर इतिहास:
किंवदंतियों के अनुसार, सूता एक राजा था जिसने श्वेताचल के आसपास के क्षेत्र पर शासन किया था। उनकी पत्नी भगवान विष्णु को आराधना करती थी। एक एकादशी के दिन राजा ने रानी से प्रेम-प्रसंग किया, तब रानी ने भगवान के लिए प्रार्थना की, और अचानक उनके बीच एक विस्तृत जलधारा बह निकली। उसके बाद, ऋषि नारद ने राजा को तपस्या करने के लिए वंशधारा और समुद्र के संगम पर बसने की सलाह दी। भगवान कूर्मनाध प्रकट हुए और उन्हें मानसिक शांति प्रदान की। उत्कृष्ट स्थान पर, भगवान विष्णु ने क्षीर समुद्र की रचना की, और उनकी पत्नी, देवी लक्ष्मी, आकर बस गईं। तब राजा सूत ने मंदिर का निर्माण कराया।

श्री कुरमानाथ स्वामी मंदिर दर्शन और दैनिक पूजा का समय:
❀ मंदिर खुलने का समय: सुबह 06:00 बजे से शाम 07:45 बजे तक
❀ सुप्रभात सेवा, नित्यभिषेकम, प्रबोधिका, मंगला स्नानम, तिरुवरदना, सर्व दर्शन, बालभोगम: सुबह 06:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक
❀ राजभोगम: दोपहर 12 बजे
❀ नित्य तिरुवरदना, अम्ंगलस्नानम: शाम 7 बजे
❀ पवलिम्पु सेवा: रात 8 बजे

श्री कुरमानाथ स्वामी मंदिर टिकट की कीमत:
अभिषेकम: 200 रुपये प्रति युगल
कल्याणोत्सवम: 516 रुपये प्रति युगल

श्री कुरमानाथ स्वामी मंदिर में मुख्य उत्सव:
श्री कुरमानाथ स्वामी मंदिर में कूर्म जयंती, दोलोत्सवम, कल्याणोत्सवम, मुक्कोटी एकादशी मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहार हैं।

कैसे पहुंचे श्रीकाकुलम श्री कुरमानाथ स्वामी मंदिर:
श्रीकाकुलम शहर अन्य शहरों से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है, कोई भी सड़क मार्ग से आसानी से मंदिर तक पहुँच सकता है। श्रीकुरमम मंदिर, श्रीकाकुलम पुराने बस स्टेशन से 13 किमी और श्रीकाकुलम मुख्य बस स्टेशन से 15 किमी दूर है। श्रीकाकुलम रेलवे स्टेशन से मंदिर सिर्फ 25 किमी दूर है और निकटतम हवाई अड्डा विशाखापत्तनम है जो 110 किमी दूर है।

समय - Timings

दर्शन समय
6 AM - 7:45 PM
त्योहार
Kurma Jayanti | यह भी जानें: एकादशी

Kurmanatha Swamy Temple in English

Srikurmam Kurmanatha Swamy Temple is dedicated to the Kurma avatar of the Hindu god Vishnu, who is worshiped as Kurmanatha Swamy, and his consort Lakshmi as Kurmanayaki. Srikurmam Kurmanatha Swamy Temple is located in Srikakulam district on the south east coast of the state of Andhra Pradesh.

जानकारियां - Information

बुनियादी सेवाएं
पेयजल, प्रसाद, सीसीटीवी सुरक्षा, जूता स्टोर, पार्किंग स्थल
समर्पित
भगवान विष्णु
वास्तुकला
द्रविड़ शैली

कैसे पहुचें - How To Reach

पता 📧
Srikurmam Rd Srikurmam Andhra Pradesh
सोशल मीडिया
निर्देशांक 🌐
18.2699871°N, 84.0065436°E
कुरमानाथ स्वामी मंदिर गूगल के मानचित्र पर
http://www.bhaktibharat.com/mandir/kurmanatha-swamy-temple

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