खोले की हनुमान जी मंदिर जयपुर, राजस्थान में स्थित है। राजस्थान के जयपुर में हनुमान जी के कई मंदिर हैं लेकिन खोले के हनुमान जी मंदिर की अपनी एक अलग ही पहचान है। यहां भक्तों के अलावा देशी-विदेशी पर्यटक भी दूर-दूर से प्रकृति की सुरम्य छटा देखने आते हैं।
खोले की हनुमान जी मंदिर के नाम के पीछे कारण:
60 के दशक में शहर की पूर्वी पहाड़ियों की घाटी में जंगली जानवरों के बहने और पहाड़ों के बीच सुनसान जगह में जंगली जानवरों के डर से शहरवासी यहां तक नहीं पहुंच पाते थे, तो एक साहसी ब्राह्मण इस सुनसान की ओर मुड़ गया जगह और यहाँ पहाड़ पर लेटी हुई हनुमानजी की एक विशाल मूर्ति मिली। इस सुनसान जंगल में भगवान को देखकर ब्राह्मण यहां मारुति नंदन श्री हनुमान जी की सेवा करने लगे और उन्होंने मरते दम तक इस स्थान को नहीं छोड़ा। जब यह स्थान निर्जन था तब वर्षा का पानी पहाड़ों की गुफाओं से एक छेद के रूप में यहाँ बहता था। इसलिए मंदिर का नाम खोले की हनुमानजी पड़ा।
मंदिर श्री खोले के हनुमान जी (Mandir Shri Khole Ke Hanuman Ji), श्री राधे लाल चौबे जी का महान प्रयास से निर्मल दासजी महाराज के पुराने आश्रम पर मंदिर बनाना संभा हुआ है।
परिसर में अन्य विभिन्न मंदिर
इस तीन मंजिला भव्य मंदिर में प्रभु हनुमान जी के अलावा एक अलग और भव्य मंदिर है:
❀ ठाकुरजी
❀ गणेश जी
❀ ऋषि वाल्मीकि
❀ गायत्री माँ
❀ श्रीराम दरबार: श्रीराम के दरबार में भगवान राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न की मूर्तियां हैं। इस मंदिर में चारों ओर की दीवारों और शीशों पर की गई पेंटिंग आकर्षक हैं।
खोले के हनुमानजी मंदिर के प्रमुख त्यौहार:
हनुमान जयंती यहां का प्रमुख त्योहार है लेकिन इसके साथ-साथ अन्य त्योहार जैसे पटोत्सव, छप्पन भोग झाँकी, रामायण पाठ, नंद उत्सव यहाँ बहुत धूमधाम से मनाए जाते हैं।
कैसे पहुंचे खोले के हनुमानजी मंदिर
यह मंदिर राजस्थान की राजधानी जयपुर के बाहरी इलाके में स्थित है। यह स्थान रेल, बस और टैक्सी सेवा से बहुत अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।
खोले के हनुमान जी
खोले के हनुमान जी
खोले के हनुमान जी
खोले के हनुमान जी
1961
पंडित राधेलाल चौबे ने मंदिर के विकास के लिए नरवर आश्रम सेवा समिति की स्थापना की।
** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें।