बौद्ध मंदिर का निर्माण लागत राजा सेठ जुगल किशोर बिड़ला की उदारता से दान दी गई भूमि पर हुआ था। जिसे महा बोधि सोसाइटी को सौंप दिया गया था। अतः मंदिर को बौद्ध बिरला मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
सन् 1931 में भारत के जापानी महावाणिज्य दूत योनेवाजा द्वारा बौद्ध मंदिर की आधारशिला रखी गई थी। महा बोधि सोसाइटी ऑफ इंडिया ने इस बौद्ध मंदिर का उद्घाटन भारत की स्वतंत्रता से पहले सन् 1939 में महात्मा गांधी द्वारा करवाया था। तब महात्मा गांधी ने घोषणा की \"सभी जातियां समान हैं, और मैं सभी लोगों से प्रेम और सहिष्णुता का अभ्यास करने का आह्वान करता हूं\"।
बौद्ध मंदिर भारत की राजधानी नई दिल्ली के प्रसिद्ध श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर (बिड़ला मंदिर) के बहुत करीब है। तथा ये दोनों ही मंदिर, मंदिर मार्ग पर स्थित है।
मंदिर मे स्थापित सोने की पॉलिश वाली भगवान बुद्ध की सुंदर मूर्ति, भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा उपहार में दी गई थी। बौद्ध मंदिर भारत की राजधानी में बौद्ध धर्म के लिए सबसे सम्मानित केंद्र के रूप जाना जाता है। तथा हजारों भक्त महात्मा बुद्ध के शांति और अहिंसा के करुणामयी संदेसों को सुनने के लिए लगातार यात्रा करते हुए यहाँ आते हैं।
बौद्ध बिरला मंदिर
बौद्ध बिरला मंदिर
बौद्ध बिरला मंदिर
31 October 1936
मंदिर का निर्माण कार्य।
18 March 1939
मंदिर का उद्घाटन महात्मा गांधी ने किया था।
25 February 1995
धर्म ज्योति की स्थापना।
1891
महाबोधि सोसाइटी की स्थापना।
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