श्री भूतेश्वरनाथ महादेव एक हिंदू मंदिर है जो छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में स्थित है। यह एक बहुत पुराना मंदिर है और भगवान शिव को समर्पित है। यह स्थानीय लोगों द्वारा पूजनीय स्थान है और दुनिया के सबसे बड़े प्राकृतिक शिवलिंग के लिए भी जाना जाता है। इसे भकुर्रा भी कहा जाता है। छत्तीसगढ़ में इसे द्वादस ज्योतिर्लिंग की तरह अर्धनारीश्वर शिवलिंग के रूप में मान्यता प्राप्त है।
यह मंदिर शांत जंगल से घिरा हुआ है और यहां पहुंचकर असीम शांति मिलती है। मंदिर के निकट घूमने के लिए मरोदा वाटर रिज़रवोइर है, जहाँ का दृश्य देखते ही बनता है। मंदिर से 4 किलो मीटर दूर महानदी की सहायक नदी पैरी अविरल बहे जारही है।
श्री भूतेश्वरनाथ महादेव का इतिहास एवं वास्तुकला
यह गरियाबाद शहर का एक अनोखा और सुंदर मंदिर है। जतमई मंदिर और झरनों की ओर जाते समय इसका दौरा किया जा सकता है। इस मंदिर की विशिष्टता एक चट्टान से बना विशाल शिव लिंग है, जो आकार में बढ़ता रहता है। यह वास्तव में एक शानदार संरचना है और देखने में बहुत सुंदर है। यह जगह बेहद शांतिपूर्ण है और इसका धार्मिक महत्व भी काफी है। लिंग के चारों ओर छोटे-छोटे मंदिर हैं।
सबसे आश्चर्यजनक तथ्य तो यह है कि हर साल शिवलिंग का आकार लगातार बढ़ता जा रहा है। शायद इसलिए कि यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या हर साल बढ़ती जा रही है।
श्री भूतेश्वरनाथ महादेव के दर्शन का समय
मंदिर पूरे सप्ताह खुला रहता है और दर्शन का समय सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक है।
श्री भूतेश्वरनाथ महादेव में प्रमुख त्यौहार
हर साल महाशिवरात्रि को यहां श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं और सावन के सोमवार को यहां कावरिया जल अभिषेक के लिए एकत्रित होते हैं।
श्री भूतेश्वरनाथ महादेव तक कैसे पहुंचे?
श्री भूतेश्वरनाथ महादेव रायपुर से लगभग 95 किलोमीटर दूर गरियाबन के पास ग्राम मरौदा में स्थित है। रायपुर से सड़क यात्रा में लगभग 2 घंटे लगते हैं।
Larg Nandi Maharaj Murti
6 AM - 6 PM
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