श्री हनुमान लाल का यह मंदिर, बरेली में परमपूज्य श्री बाबा रामदास जी की दैवीय एवं अध्यात्म का परिणाम है। यह मंदिर जन-मानस के बीच बड़ा बाग का मंदिर के नाम से जाना जाता है। मंदिर की स्थापना राम नवमी के पवित्र उत्सव के बीच 3 अप्रैल 1952 को बाबा श्री रामदास जी के आशीर्वाद से हुई।
मंदिर में मनोकामान सिद्ध श्री हनुमंत लाल के साथ-साथ भगवान श्री जानकी बल्लभ सीता-राम एवं श्री गौरी-शंकर के विग्रह रूप भी स्थापित हैं। प्रथम पूज्य श्री गणेश के साथ शिवालय में शिवलिंग अपने सभी गणों के साथ उपस्थित हैं। प्रत्येक मंगलवार के दिन मंदिर में भक्तों को भोग प्रसाद अथवा भंडारा प्रसाद खिलाया जाता है। ज्येष्ठ माह मे मनाए जाने वाला बड़े मंगल महोत्सव के अंतर्गत बाबा का फूल बंगला सजाया जाता है तथा फल सेवा अथवा भंडारे की व्यवस्था की जाती है।
विश्व प्रसिद्ध सन्त नीम करोरी बाबा एवं कथावाचक पंडित श्री राधेश्याम जी मंदिर में अनेकों बार हनुमान जी के दर्शन हेतु पधारे हैं। मंदिर के पास ही बरेली के प्रसिद्ध हार्टमैन रामलीला ग्राउंड, विद्यालय तथा हेल्थ सेंटर स्थित हैं।
लगभग पचपन वर्ष पूर्व परमपूज्य श्री 1008 सन्तशिरोमणि बाबा रामदास (धौलपुर वाले) के आदेश पर प्रकृति के सुषमा-सम्पन्न वातावरण में रामनवमी के पावन पर्व सन् 1952 में गुप्ता नर्सरी के समीप बड़ा बाग में इस मंदिर की स्थापना हुयी। श्री किशन लाल जी ने भूमि का दान किया और श्री वासुदेवशरण ने इस सिद्धधाम का निर्माण कराकर दक्षिण मुखी श्री विग्रह की स्थापना की।[श्रोत: barabaghhanumanji.com]
Gauri Shankar
Shri Ganesh, Ved Mata Gayatri
Shiv Dham, Shivling, Shankar Parvati
3 April 1952
गुप्ता नर्सरी के समीप मंदिर की स्थापना हुयी।
9 November 2006
बाबा रामदास हनुमान मन्दिर ट्रस्ट की स्थापना।
मंदिर में पूजा करते वक्त हिली हनुमान जी की गदा
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