जब आप वैशाली मेट्रो स्टेशन के दाहिने ओर के एस्केलेटर का उपयोग करते हुए गुजरेंगे, तब आप चार-पाँच ऊँची इमारतों के बीच एक पीले शिखर वाले मंदिर के दर्शन करेंगे। अपनी उत्सुकता को आधार देने हेतु जब आप इस पवित्र शांतिपूर्ण स्थान पर पहुँचते हैं, तो आपको भगवान शिव के गोपेश्वर रूप के दर्शन होंगे।
यही है, वैशाली सेक्टर-4 में वृंदावन के गोपेश्वर महादेव की प्रेरणा से बना मंदिर, श्री गोपेश्वर महादेव मंदिर। मंदिर का प्रांगण वैशाली के अन्य मंदिरों में से सबसे बड़ा है। मंदिर के प्रमुख त्यौहार शिवरात्रि, नवरात्रि, जन्माष्टमी तथा गणेश उत्सव हैं।
उँची-उँची इमारतों के बीच घिरे होने के कारण कुछ स्थानीय भक्त इस मंदिर को दस मंजिला वाला मंदिर के नाम से जानते है। मंदिर में पुराना बरगद वृक्ष होने के कारण, यहाँ वट सावित्री व्रत की पूजा के लिए बहुत संख्या में भक्त एकत्रित होते हैं।
Janmashtami 2016: Laddu Gopal Ji when temple celebrating Shri Krishna Janmashtami.
Shikhar of Shiv Dham always be available when you move through escalator in Vaishali metro station.
Navgrah Dham at the right side of main prayer hall.
Shri Laxmi Narayan Bhagwan
Lord Shiv with His other famous names like Baba Amarnath and Baba Barfani with 12 Jyotirlins.
A south Indian style paint on Lord Ganesha temple near Shri Sai Dham.
Pink colore shikhar of Shiv Dham with two flags in saffron and yellow color.
A vertical view, If you viste this temple you will find a new panchmukhi Shivling between Lord Shiv statue and Nandi.
Ganeshotsav 2016: Lord Ganesh during Ganpati puja
Ganeshotsav 2018: Lord Ganesh during Ganpati puja
Original pic used in DP
Banyan(वट वृक्ष, बरगद) Tree and Large Peepal Tree in temple park area
15 August 2000
भगवान शिव मंदिर की स्थापना।
29 April 2005
माँ भगवती की स्थापना।
26 April 2007
श्री साईं दरबार स्थापना।
22 June 2012
विभिन्न अवसरों के लिए उपयोगी, नारायण कथा मंच।
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