मंदिर (English: Mandir, Gujarati: મંદિર, Bengali: মন্দির, Telugu: మందిరం, Malayalam: ക്ഷേത്രം, Kannada: ದೇವಸ್ಥಾನ) and gurudwara is the Hindu, Buddhist and Jain name for a place of worship or prayer. A space and structure designed to bring human beings and Gods together, infused with symbolism to express the ideas and beliefs. Bhakti Bharat Celebrating 301+ Temples.
तीस चौबिसी जैन मंदिर @Badagaon Uttar Pradesh
श्री विद्याभूषण सन्मति जी महाराज के आशीर्वाद से रविवार, 12 दिसंबर 2010 को तीस चौबिसी जैन मंदिर का उद्घाटन किया गया। दस बड़े कमल पृथ्वी पर 10 क्षेत्रों को परिभाषित करते हैं।
हाटू माता मंदिर @Narkanda Himachal Pradesh
हाटू माता को नारकंडा क्षेत्र की देवी एवं नारकंड जनजाति की अधिष्ठात्री देवी माना जाता है। स्थानीय मान्यता के अनुसार प्रसिद्ध हाटू माता मंदिर लंकापति रावण की पत्नी मंदोदरी का मंदिर है।
गणेश मंदिर @Connaught Place New Delhi
श्री गणेश मंदिर के साथ-साथ दो मंदिरों का समूह, शिव एवं शनि मंदिर, दोनों मंदिर एक ही दीवार साझा करते हैं..
साईं बाबा मंदिर @Shikohabad Uttar Pradesh
साईं बाबा मंदिर (Sai Baba Mandir) श्री ब्रजराज किशन दीक्षित जी द्वारा 20 अक्टूबर 2010 में स्थापित साईं भक्तों का केंद्र, पोस्ट ऑफिस के पास शिकोहाबाद के मध्य हृदय में स्थित है।
शक्तिपीठ मंदिर @Gurugram Haryana
विशाल प्रांगण के साथ आधुनिक सुविधाओं से समृद्ध माँ दुर्गा के इस मंदिर को शक्तिपीठ मंदिर के नाम से जाना जाता है।
रोहिणी वाल्मीकि मंदिर @Rohini New Delhi
दिल्ली उदासीन आश्रम के स्वामी राघवानंद जी महाराज के कर कमलों से सन् 2015 की वाल्मीकि जयंती के अवसर पर भगवान वाल्मीकि मंदिर का उद्घाटन किया गया।
भगवान वाल्मीकि मंदिर @Khan Market New Delhi
वाल्मीकि समाज द्वारा निर्मित, महर्षि वाल्मीकि मंदिर दिल्ली का दूसरा सबसे पुराना वाल्मीकि मंदिर है। यह मंदिर लोक नायक भवन और श्री गोपाल मंदिर के पास स्थित है।
मौसी माँ मंदिर, पुरी @Puri Odisha
मौसी माँ मंदिर, माँ अर्धासिनी को समर्पित है, इसलिए इसे अर्धासिनी मंदिर भी कहा जाता है। भक्तों का मानना था कि देवी अर्धासिनी, कपालमोचन शिव के साथ मिलकर पुरी के संरक्षक के रूप में कार्य करतीं हैं।
मणिमहेश - कैलाश @Mahoun Himachal Pradesh 176315
मौसी माँ मंदिर, माँ अर्धासिनी को समर्पित है, इसलिए इसे अर्धासिनी मंदिर भी कहा जाता है। भक्तों का मानना था कि देवी अर्धासिनी, कपालमोचन शिव के साथ मिलकर पुरी के संरक्षक के रूप में कार्य करतीं हैं।
श्री राधानयनमणी जी मंदिर @Puri Odisha
To spread the message of Lord Sri Krishna Chaitanya Mahaprabhu श्री राधानयनमणी जी मंदिर (Shri Radhanayanmani Ji Mandir) was established on the birth place of Srila Bhakti Siddhanta Saraswati Prabhupada.
त्रिलोकतीर्थ धाम @Badagaon Uttar Pradesh
16 मंजिल, 317 फीट ऊंचे त्रिलोकतीर्थ धाम में आचार्य श्री विद्याभूषण सन्मति सागर जी महाराज की प्रेरणा से बनाया गया है।