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🐅त्रिपुर भैरवी जयंती - Tripur Bhairavi Jayanti

Tripur Bhairavi Jayanti Date: Thursday, 4 December 2025
त्रिपुर भैरवी जयंती

सनातन धर्म में त्रिपुर भैरवी जयंती को बहुत ही शुभ माना जाता है। यह मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन दस महाविद्याओं में से पांचवें उग्र रूप माता भैरवी की पूजा करने की परंपरा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, माता भैरवी भगवान भैरव की पत्नी हैं, जो भगवान शिव का एक उग्र स्वरूप हैं। कहा जाता है कि माता भैरवी की पूजा करने से गुप्त शत्रुओं का नाश होता है। साथ ही सभी मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं।

संबंधित अन्य नाममाता भैरवी जयंती
शुरुआत तिथिमार्गशीर्ष पूर्णिमा
कारणमाता त्रिपुरभैरवी
उत्सव विधिमंदिर में प्रार्थना, व्रत, घर में पूजा

Tripur Bhairavi Jayanti in English

Tripur Bhairavi Jayanti is celebrated on the purnima of Margashirsha month. On this day, there is a tradition of worshiping Mata Bhairavi, the fifth fierce form of the ten Mahavidyas.

त्रिपुर भैरवी जयंती पूजा विधि

❀ सुबह उठकर पवित्र स्नान करें।
❀ मंदिर की सफाई करें।
❀ मां की मूर्ति को लकड़ी के चौकी पर स्थापित करें। माँ के आगे कलश स्थापना करें।
❀ माँ को श्रृंगार की वस्तुएं भी अर्पित करें, कुमकुम का तिलक लगाएं, लाल फूलों की माला चढ़ाएं, फल, मिठाई आदि अर्पित करें।
❀ माँ के समक्ष तिल के तेल का दीपक लगाएं, त्रिपुरभैरवी के मंत्रों का जाप करें।
❀ पूजा का समापन कपूर की आरती से करें।

त्रिपुर भैरवी जयंती का महत्व

तंत्र विद्या में निपुणता प्राप्त करने के लिए मां आदिशक्ति के स्वरूप त्रिपुर भैरवी की पूजा की जाती है। इसके अलावा माता भैरवी को तेरह अलग-अलग रूपों में पूजा जाता है, जैसे-त्रिपुर भैरवी, चैतन्य भैरवी, सिद्ध भैरवी, भुवनेश्वर भैरवी, संपदाप्रद भैरवी, कालेश्वरी भैरवी, कामेश्वरी भैरवी, कमलेश्वरी भैरवी, रुद्र भैरवी, भद्र भैरवी, शतकुटी भैरवी और नित्या भैरवी।

माना जाता है कि मां का यह रूप दिखने में जितना विचित्र और कठोर है, वह उतना ही दयालु भी है। ऐसे में अगर आप लगातार किसी न किसी समस्या से जूझ रहे हैं तो आपको माता दुर्गा के इस रौद्र रूप की पूजा जरूर करनी चाहिए।

संबंधित जानकारियाँ

भविष्य के त्यौहार
23 December 202613 December 20271 December 202820 December 20299 December 2030
आवृत्ति
वार्षिक
समय
1 दिन
शुरुआत तिथि
मार्गशीर्ष पूर्णिमा
महीना
दिसंबर
कारण
माता त्रिपुरभैरवी
उत्सव विधि
मंदिर में प्रार्थना, व्रत, घर में पूजा
पिछले त्यौहार
15 December 2024, 26 December 2023
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