पौष बड़ा भारतीय राज्य राजस्थान की राजधानी जयपुर शहर में हिंदू पंचांग महिना पौष के दौरान मनाया जाने वाला त्यौहार है। पौष बड़ा नाम का मतलब है! पौष हिंदू पंचांग माह और बड़ा अर्थात दाल की नमकीन पकोड़ी।
जयपुर में पौष बड़ा सबसे पहले घाट के बालाजी में श्री बद्रिकाश्रम के महंत श्री बद्री दास जी के सानिध्य में लखी पौषबड़ा महोत्सव सन् 1960 से मनाया गया था। जिसमे बड़ी संख्या में आम आदमी पंगत प्रसादी पाते थे। आज लोग इस त्यौहार को मानने के लिए दिन का चुनाव अपनी आसानी के अनुसार करते हैं। जयपुर में पौष माह के अंतर्गत कोई भी दिन ऐसा नहीं होता, कि जयपुर के किसी कोने में ये पौष बड़ा त्यौहार नहीं मनाया जा रहा हो।
इस उत्सव को शीतकालीन मौसम के भव्य तरीके से स्वागत करने के लिए मनाया जाता है। मान्यतानुसार, सर्दी के मौसम में चोला की दाल व गेहू के दलिये का हलवा खाने से शरीर को ताकत मिलती है। अतः इस त्यौहार में सर्दी को ध्यान में रखते हुए पकोडे, दाल-बाटी-चूरमा, मल्टीग्रेन खिचड़ी आदि का भोग प्रसाद बनाकर बाँटा जाता है।
संबंधित अन्य नाम | पौष वडा, लक्खी पौष बड़ा |
शुरुआत तिथि | पौष कृष्णा प्रतिपदा |
कारण | सर्दियों का स्वागत |
उत्सव विधि | पूजा, भजन-कीर्तन, भंडारे, मेले |
जयपुर राजस्थानी प्रसिद्ध पौष बड़ा
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