Follow Bhakti Bharat WhatsApp Channel
Subscribe BhaktiBharat YouTube Channel - Subscribe BhaktiBharat YouTube ChannelHanuman Chalisa - Hanuman ChalisaDownload APP Now - Download APP NowFollow Bhakti Bharat WhatsApp Channel - Follow Bhakti Bharat WhatsApp Channel

💧गंगा सप्तमी - Ganga Saptami

Ganga Saptami Date: Saturday, 3 May 2025
गंगा सप्तमी

गंगा सप्तमी, गंगा मैया की पूजा करने का एक बहुत ही शुभ और महत्वपूर्ण दिन है, जिसे हम सभी गंगा जयंती भी कहते हैं। हिंदू धर्म में मां गंगा का काफी धार्मिक महत्व है। धार्मिक कथाओं के अनुसार गंगा सप्तमी के दिन देवी गंगा का पुनर्जन्म हुआ था।

गंगा सप्तमी का महत्व
गंगा सप्तमी मां गंगा की पूजा और स्तुति करने के लिए एक पवित्र और सर्वोत्तम दिन है। गंगा सप्तमी के दिन गंगा स्नान का भी बड़ा धार्मिक महत्व है। माता गंगा में इस संसार के सभी प्राणियों के पाप नाश करती हैं।

संबंधित अन्य नामगंगा जयंती, जाह्नु सप्तमी
शुरुआत तिथिवैशाख शुक्ल सप्तमी

Ganga Saptami in English

Ganga Saptami is a very auspicious and important day to worship Ganga Maiya, which we all also call Ganga Jayanti.

गंगा सप्तमी कब है?

गंगा सप्तमी : शनिवार, 3rd मई 2025 [Delhi]

गंगा सप्तमी का शुभ मुहूर्त:
गंगा सप्तमी मध्याह्न मूहूर्त : 10:58 AM - 1:38 PM
सप्तमी तिथि: 3rd मई 2025 को 7:51 AM - 4th मई 2025 को 7:18 AM

गंगा दशहरा : बृहस्पतिवार, 5 जून 2025

गंगा सप्तमी के पीछे की कहानी

गंगा दशहरा के दिन ही मां गंगा इस धरती पर अवतरित हुई थीं। गंगा का प्रवाह इतना तेज था कि गंगा के पाताल में समा जाने या इस धरती पर असंतुलित होने का खतरा था। इस कारण महादेव शिव ने गंगा को अपने बालों में समाहित कर लिया।

कुछ समय बाद, महादेव शिव ने गंगा को अपने बालों से मुक्त कर दिया, ताकि गंगा भगीरथ के पूर्वजों को मोक्ष दे सके। गंगा भगीरथ के बताए मार्ग पर चलने लगी। रास्ते में गंगा के प्रचंड वेग से जाह्नु ऋषि का आश्रम नष्ट हो गया। इससे ऋषि जाह्नु क्रोधित हो गए। उन्होंने पूरा गंगा जल पी लिया।

इस घटना के बाद, भगीरथ और अन्य देवताओं ने गंगा को मुक्त करने के लिए ऋषि जाह्नु से प्रार्थना की ताकि गंगा इस दुनिया के लोगों का कल्याण कर सके। इस पर जाह्नु ऋषि ने अपने कान से बहकर गंगा को मुक्त किया और गंगा अपने पथ पर चलती रही।

धार्मिक कथाओं के अनुसार ऋषि जाह्नु ने वैशाख शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को गंगा को मुक्त किया था। इस कारण इस दिन को गंगा का पुनर्जन्म भी कहा जाता है और इसे गंगा जयंती और जाह्नु सप्तमी के नाम से भी जाना जाता है। इस घटना के कारण गंगा का एक नाम ऋषि जाह्नु की पुत्री जाह्नवी भी है।

संबंधित जानकारियाँ

भविष्य के त्यौहार
23 April 202612 May 2027
आवृत्ति
वार्षिक
समय
1 दिन
शुरुआत तिथि
वैशाख शुक्ल सप्तमी
समाप्ति तिथि
वैशाख शुक्ल सप्तमी
पिछले त्यौहार
14 May 2024, 27 April 2023, 8 May 2022
अगर आपको यह त्योहार पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस त्योहार को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Ganesh Aarti Bhajan - Ganesh Aarti Bhajan
×
Bhakti Bharat APP