भगवान विश्वकर्मा की पूजा हर साल सितंबर के महीने में की जाती है, जिन्हें सृष्टि और सृष्टि के देवता देवताओं का शिल्पी कहा जाता है। इसी माह भगवान विश्वकर्मा की जयंती मनाई जाती है। विश्वकर्मा पूजा के दिन विशेष रूप से निर्माण कार्य से जुड़े औजारों, मशीनों, दुकानों, कारखानों आदि की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान विश्वकर्मा की कृपा से भक्तों की मनोकामना पूर्ण होती है, व्यापार में उन्नति होती है। जो भी कार्य शुरू होते हैं, वे पूरे होते हैं। भगवान विश्वकर्मा को दुनिया का पहला इंजीनियर भी कहा जाता है।
इस साल कब है विश्वकर्मा पूजा, क्या है पूजा का समय?
हर साल की तरह इस बार भी
विश्वकर्मा पूजा 17 सितंबर शुक्रवार को है. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग में विश्वकर्मा पूजा मनाई जाएगी. विश्वकर्मा पूजा के दिन सुबह 06:07 बजे से अगले दिन सुबह 03:36 बजे तक सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा.
भगवान विश्वकर्मा कौन हैं
मान्यताओं के अनुसार भगवान विश्वकर्मा पहले वास्तुकार और इंजीनियर हैं। उन्होंने स्वर्ग लोक, पुष्पक विमान, द्वारका नगरी, यमपुरी, कुबेरपुरी आदि का निर्माण कराया। उन्होंने इस संसार की रचना में ब्रह्मा जी की सहायता की थी। इस दुनिया का नक्शा तैयार किया गया था।
अगर आपको यह ब्लॉग पसंद है, तो कृपया
शेयर,
लाइक या
कॉमेंट जरूर करें!
भक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस ब्लॉग को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।
** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें।