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फाल्गुन मास 2024 (Phalguna Maas 2024)

फाल्गुन मास हिंदू पंचांग का अंतिम महीना है, जिसके बाद हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है। चैत्र हिंदू पंचांग के बारह महीनों में पहला महीना है, और फागुन आखिरी महीना है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार फाल्गुन मास फरवरी या मार्च में आता है।
फाल्गुन मास का महत्व
फाल्गुन मास में भगवान शिव और भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है। क्योंकि इस महीने में भगवान शिव को समर्पित महाशिवरात्रि और भगवान विष्णु से संबंधित आमलकी एकादशी मनाई जाती है।

माघ मास की तरह फाल्गुन मास में भी दान का विशेष महत्व है। इस माह में अपने सामर्थ्य के अनुसार शुद्ध घी, सरसों का तेल, मौसमी फल, अनाज, वस्त्र आदि जरूरतमंदों को दान करना चाहिए। ऐसा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। साथ ही पितरों के निमित्त तर्पण करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।

फाल्गुन मास उत्सव
फाल्गुन मास का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। क्योंकि महा शिवरात्रि इस महीने में आने वाले भगवान शिव का विशेष दिन है। इसके साथ ही रंगों का त्योहार होली भी इसी महीने में पड़ता है।

फाल्गुन मास में माता सीता, श्रीकृष्ण, मां लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा करने का विधान है। माना जाता है कि इस महीने में इन देवी-देवताओं की पूजा करने से सभी संकटों से मुक्ति मिलती है और सुख-समृद्धि, धन की प्राप्ति होती है।

फाल्गुन मास 2024
इस वर्ष फाल्गुन मास की गणना 25 फरवरी, 2024 - 25 मार्च, 2024 तक है।

फाल्गुन मास 2024 व्रत, पर्व, जयंती और उत्सव
28 फरवरी, बुधवार - द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी
3 मार्च, रविवार - भानु सप्तमी
4 मार्च, सोमवार - जानकी जयंती
6 मार्च, बुधवार - विजया एकादशी
8 मार्च, शुक्रवार - महाशिवरात्रि
10 मार्च, रविवार - फाल्गुन अमावस्या
12 मार्च, मंगलवार - फुलैरा दूज
13 मार्च, बुधवार - विनायक चतुर्थी
14 मार्च, गुरुवार - मीन संक्रांति
17 मार्च, रविवार - होलाष्टक का प्रारंभ
20 मार्च, बुधवार - आमलकी एकादशी
22 मार्च, शुक्रवार - शुक्र प्रदोष व्रत
24 मार्च, रविवार - फाल्गुन पूर्णिमा व्रत, होलिका दहन
25 मार्च, सोमवार - फाल्गुन पूर्णिमा, होली, चंद्र ग्रहण

Phalguna Maas 2024 in English

Phalguna month is the last of the Hindu Panchang, followed by the Hindu New Year's beginning. Chaitra is the first month in the twelve months of Hindu Panchang, and Fagun or Falgun or Phalgun is the last. According to the English calendar, the month falls in February or March.
यह भी जानें

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चैत्र मास 2025

चैत्र मास, हिंदू कैलेंडर का पहला महीना, जो हिंदू नव वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है। हिन्दू वर्ष का प्रथम मास होने के कारण चैत्र का विशेष महत्व है। चैत्र मास की पूर्णिमा चित्रा नक्षत्र में है, इसलिए इस मास का नाम चैत्र है। चैत्र का महीना मार्च या अप्रैल में आता है।

आंवला नवमी पर राधा पद दर्शन

आंवला नवमी या अनला नवमी के शुभ अवसर पर, हजारों भक्त प्रसिद्ध राधा पद दर्शन अनुष्ठान के लिए सखीगोपाल मंदिर, पुरी, ओडिशा में भगवान श्री कृष्ण के प्रसिद्ध गोपीनाथ मंदिर जाते हैं।

दीवाली विशेष 2024

दीवाली/दीपावली क्यों, कब, कहाँ और कैसे? आरती माँ लक्ष्मीजी, भगवान श्री कुबेर जी की आरती, आरती श्री गणेश जी, आरती श्री रामचन्द्र जी की कीजै, श्री गोवर्धन महाराज आरती

कार्तिक मास 2024

कार्तिक मास हिंदू कैलेंडर का आठवां महीना है, जो ग्रेगोरियन कैलेंडर के अक्टूबर और नवंबर में आता है। भारत के राष्ट्रीय नागरिक कैलेंडर में, कार्तिक वर्ष का आठवां महीना है।

पवित्र कार्तिक मास में क्या करें?

कार्तिक मास (माह) हिंदुओं के लिए सबसे पवित्र महीना है, इस महीने की अधिष्ठात्री देवी श्रीमती राधारानी हैं। इस वर्ष 2023 कार्तिक मास 29 अक्टूबर से प्रारंभ होकर 27 नवंबर को समाप्त होगा।

आयुध पूजा

आयुध पूजा बुराई पर अच्छाई की जीत और देवी दुर्गा द्वारा राक्षस महिषासुर के विनाश के उत्सव का प्रतीक है। इसे नवरात्रि उत्सव के हिस्से के रूप में मनाया जाता है। आयुध पूजा के लिए, देवी सरस्वती, पार्वती माता और लक्ष्मी देवी को पूजा जाता है। दक्षिण भारत में विश्वकर्मा पूजा के समान लोग अपने उपकरणों और शस्त्रों की पूजा करते हैं।

मैसूर दशहरा

मैसूर दशहरा 10 दिनों तक चलने वाला त्योहार है जो बहुत ही धूमधाम के साथ मैसूर में मनाया जाता है | मैसूर दशहरा कैसे मनाया जाता है? | मैसूर दशहरा महोत्सव 2024 कब शुरू होगा

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