Follow Bhakti Bharat WhatsApp Channel
Hanuman Chalisa - Hanuman ChalisaDownload APP Now - Download APP NowAditya Hridaya Stotra - Aditya Hridaya StotraFollow Bhakti Bharat WhatsApp Channel - Follow Bhakti Bharat WhatsApp Channel

फाल्गुन मास 2024 (Phalguna Maas 2024)

फाल्गुन मास हिंदू पंचांग का अंतिम महीना है, जिसके बाद हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है। चैत्र हिंदू पंचांग के बारह महीनों में पहला महीना है, और फागुन आखिरी महीना है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार फाल्गुन मास फरवरी या मार्च में आता है।
फाल्गुन मास का महत्व
फाल्गुन मास में भगवान शिव और भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है। क्योंकि इस महीने में भगवान शिव को समर्पित महाशिवरात्रि और भगवान विष्णु से संबंधित आमलकी एकादशी मनाई जाती है।

माघ मास की तरह फाल्गुन मास में भी दान का विशेष महत्व है। इस माह में अपने सामर्थ्य के अनुसार शुद्ध घी, सरसों का तेल, मौसमी फल, अनाज, वस्त्र आदि जरूरतमंदों को दान करना चाहिए। ऐसा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। साथ ही पितरों के निमित्त तर्पण करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।

फाल्गुन मास उत्सव
फाल्गुन मास का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। क्योंकि महा शिवरात्रि इस महीने में आने वाले भगवान शिव का विशेष दिन है। इसके साथ ही रंगों का त्योहार होली भी इसी महीने में पड़ता है।

फाल्गुन मास में माता सीता, श्रीकृष्ण, मां लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा करने का विधान है। माना जाता है कि इस महीने में इन देवी-देवताओं की पूजा करने से सभी संकटों से मुक्ति मिलती है और सुख-समृद्धि, धन की प्राप्ति होती है।

फाल्गुन मास 2024
इस वर्ष फाल्गुन मास की गणना 25 फरवरी, 2024 - 25 मार्च, 2024 तक है।

फाल्गुन मास 2024 व्रत, पर्व, जयंती और उत्सव
28 फरवरी, बुधवार - द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी
3 मार्च, रविवार - भानु सप्तमी
4 मार्च, सोमवार - जानकी जयंती
6 मार्च, बुधवार - विजया एकादशी
8 मार्च, शुक्रवार - महाशिवरात्रि
10 मार्च, रविवार - फाल्गुन अमावस्या
12 मार्च, मंगलवार - फुलैरा दूज
13 मार्च, बुधवार - विनायक चतुर्थी
14 मार्च, गुरुवार - मीन संक्रांति
17 मार्च, रविवार - होलाष्टक का प्रारंभ
20 मार्च, बुधवार - आमलकी एकादशी
22 मार्च, शुक्रवार - शुक्र प्रदोष व्रत
24 मार्च, रविवार - फाल्गुन पूर्णिमा व्रत, होलिका दहन
25 मार्च, सोमवार - फाल्गुन पूर्णिमा, होली, चंद्र ग्रहण

Phalguna Maas 2024 in English

Phalguna month is the last of the Hindu Panchang, followed by the Hindu New Year's beginning. Chaitra is the first month in the twelve months of Hindu Panchang, and Fagun or Falgun or Phalgun is the last. According to the English calendar, the month falls in February or March.
यह भी जानें

Blogs Phalguna Maas BlogsMaas BlogsHindu Pavitra Maas BlogsMahashivaratri BlogsAmalaki Ekadashi BlogsHoli Blogs

अगर आपको यह ब्लॉग पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस ब्लॉग को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

पौष मास 2024

पौष मास, यह हिंदू महीना मार्गशीर्ष मास के बाद आता है, जो हिंदू कैलेंडर के अनुसार 10वां महीना है।

अधूरा पुण्य

दिनभर पूजा की भोग, फूल, चुनरी, आदि सामिग्री चढ़ाई - पुण्य; पूजा के बाद, गन्दिगी के लिए समान पेड़/नदी के पास फेंक दिया - अधूरा पुण्य

तुलाभारम क्या है, तुलाभारम कैसे करें?

तुलाभारम और तुलाभरा जिसे तुला-दान के नाम से भी जाना जाता है, एक प्राचीन हिंदू प्रथा है यह एक प्राचीन अनुष्ठान है। तुलाभारम द्वापर युग से प्रचलित है। तुलाभारम का अर्थ है कि एक व्यक्ति को तराजू के एक हिस्से पर बैठाया जाता है और व्यक्ति की क्षमता के अनुसार बराबर मात्रा में चावल, तेल, सोना या चांदी या अनाज, फूल, गुड़ आदि तौला जाता है और भगवान को चढ़ाया जाता है।

महा शिवरात्रि विशेष 2025

बुधवार, 26 फरवरी 2025 को संपूर्ण भारत मे महा शिवरात्रि का उत्सव बड़ी ही धूम-धाम से मनाया जाएगा। महा शिवरात्रि क्यों, कब, कहाँ और कैसे? | आरती: | चालीसा | मंत्र | नामावली | कथा | मंदिर | भजन

नया हनुमान मन्दिर का प्राचीन इतिहास

नया हनुमान मन्दिर को उन्नीसवीं शती के आरम्भ में सुगन्धित द्रव्य केसर विक्रेता लाला जटमल द्वारा 1783 में बनवाया गया।

तनखैया

तनखैया जिसका अर्थ है “सिख पंथ में, धर्म-विरोधी कार्य करनेवाला घोषित अपराधी।

कल्पवास

प्रयाग के संगम तट पर एक माह रहकर लोग कल्पवास करते हैं। यह परम्परा सदियों से चली आ रही है। ’कल्पवास‘ एक ऐसा व्रत है जो प्रयाग आदि तीर्थों के तट पर किया जाता है।

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Ram Bhajan - Ram Bhajan
×
Bhakti Bharat APP