वाराणसी में
काशी विश्वनाथ कॉरिडोर की तरह मथुरा के बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर की तैयारी शुरू हो गई है। सर्वे के मुताबिक पूरा कॉरिडोर पांच एकड़ में बनेगा।
बांके बिहारी मंदिर यूपी के मथुरा जिले के वृंदावन धाम में स्थित है।
यह प्रसिद्ध प्राचीन मंदिर का निर्माण स्वामी हरिदास ने 1864 में करवाया था, माना जाता है कि इस मंदिर में स्थापित श्रीकृष्ण की मूर्ति स्वयं प्रकट हुई है।कैसा होगा बांके बिहारी मंदिर का गलियारा?
प्रस्तावित योजना के मुताबिक कॉरिडोर के तीन रास्ते होंगे, जिससे होकर मंदिर तक पहुंचा जा सकेगा। यह पूरा कॉरिडोर दो मंजिला होगा। पहला रूट जुगल घाट से होगा। दूसरा रास्ता विद्यापीठ चौक से और तीसरा जादौन पार्किंग से होगा। इन तीन मार्गों से मंदिर तक पहुंचा जा सकता है।
बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर में क्या होगा खास?
❀ बांके बिहारी मंदिर का कॉरिडोर दो मंजिला होगा। जैसे-जैसे भक्त गलियारे में आगे बढ़ेंगे, उन्हें मंदिर के दर्शन होने लगेंगे।
❀ कॉरिडोर में श्रद्धालुओं के लिए कई सुविधाएं भी होंगी, जिसमें लगेज रूम, शू रूम, शौचालय और पीने के पानी की व्यवस्था होगी। इसके साथ ही मेडिकल और चाइल्ड केयर की सुविधा भी होगी।
❀ इस कॉरिडोर में परिक्रमा मार्ग भी बनाया जाएगा। इसका ऊपरी हिस्सा 11 हजार 600 वर्ग मीटर और निचला हिस्सा 11 हजार 300 वर्ग मीटर का होगा।
❀ प्रस्तावित कॉरिडोर में श्रद्धालु बांके बिहारी मंदिर के साथ ही चार और प्राचीन मंदिरों के दर्शन कर सकेंगे। इनमें मदन मोहन मंदिर और राधा वल्लभ मंदिर शामिल हैं। ये दोनों प्राचीन मंदिर हैं।
बांके बिहारी मंदिर कॉरिडोर पांच एकड़ में बनेगा। कॉरिडोर की ओर जाने वाली सड़कों को भी चौड़ा किया जाएगा। कॉरिडोर के रास्ते में आने वाली 321 इमारतों और संपत्तियों का अधिग्रहण किया जाएगा। इसके लिए 200 करोड़ रुपये का मुआवजा प्रस्तावित है।
इस कॉरिडोर के जरिए मंदिर और यमुना नदी को जोड़ा जाएगा।
श्रद्धालु यमुना में डुबकी लगाने के बाद कॉरिडोर से सीधे मंदिर पहुंच सकेंगे। कॉरिडोर बनने के बाद यहां पांच हजार श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे।
जन्माष्टमी भजन:
❀
श्री कृष्णा गोविन्द हरे मुरारी
❀
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं
❀
छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल
❀
राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी
❀
बड़ी देर भई नंदलाला
❀
श्यामा आन बसों वृन्दावन में
❀
सांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया
❀
श्री राधे गोविंदा, मन भज ले हरी का प्यारा नाम है
❀
काली कमली वाला मेरा यार है
❀
इक दिन वो भोले भंडारी बन करके ब्रज की नारी
❀
बाल लीला: राधिका गोरी से बिरज की छोरी से
❀
मेरे बांके बिहारी लाल, तू इतना ना करिओ श्रृंगार
❀
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
❀
राधे कृष्ण की ज्योति अलोकिक
❀
राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा
❀
अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो
❀
कभी राम बनके, कभी श्याम बनके
❀
कन्हैया कन्हैया पुकारा करेंगे
❀
कृष्ण भजन
दही हांड़ी भजन:
❀
यगोविंदा आला रे आला
❀
बड़ा नटखट है रे, कृष्ण कन्हैया
जन्माष्टमी बधाई भजन:
❀
भए प्रगट कृपाला दीनदयाला
❀
नन्द के आनंद भयो
❀
लल्ला की सुन के मै आयी यशोदा मैया देदो
❀
जेल में प्रकटे कृष्ण कन्हैया
❀
कान्हा वे असां तेरा जन्मदिन मनावणा
श्री कृष्ण नामावली:
❀
मधुराष्टकम्: धरं मधुरं वदनं मधुरं
❀
श्री कृष्णाष्टकम् - आदि शंकराचार्य
❀
श्री कृष्णाष्टकम्
कृष्ण मंत्र:
❀
अच्युतस्याष्टकम्
❀
कमल नेत्र स्तोत्रम्
❀
श्री राधा कृपा कटाक्ष स्त्रोत्र
❀
दामोदर अष्टकम
❀
श्री पंच-तत्व प्रणाम मंत्र
❀
श्री गोपाल सहस्त्रनाम स्तोत्रम्
❀
मदन मोहन अष्टकम
❀
भावयामि गोपालबालं
❀
श्री दशावतार स्तोत्र: प्रलय पयोधि-जले
❀
विष्णु सहस्रनाम
श्री कृष्ण कथा:
❀
गोपेश्वर महादेव की लीला
❀
जगन्नाथ महाप्रभु का महा रहस्य
❀
गजेंद्र और ग्राह मुक्ति कथा
❀
श्री कृष्ण मोर से, तेरा पंख सदैव मेरे शीश पर होगा
❀
भागवत कथा प्रसंग: कुंती ने श्रीकृष्ण से दुख क्यों माँगा?
कृष्ण मंदिर:
❀
भारत के चार धाम
❀
ब्रजभूमि के प्रसिद्ध मंदिर
❀
सप्त मोक्ष पुरी
❀
दिल्ली के प्रसिद्ध श्री कृष्ण मंदिर
❀
द्वारका, गुजरात के विश्व विख्यात मंदिर
❀
दिल्ली के प्रमुख श्री कृष्ण प्रणामी मंदिर
❀
दिल्ली के प्रसिद्ध ISKCON मंदिर
श्री कृष्ण प्रेरक कथाएँ एवं लीलाएँ:
❀
हे श्री कृष्ण! तुम सर्वज्ञ हो
❀
सूरदास जी की गुरु भक्ति
❀
प्रभु भोग का फल
❀
जब श्री कृष्ण बोले, मुझे कहीं छुपा लो
❀
ठाकुर जी सेवा में अहंकार नहीं विनम्रता रखें
❀
प्रभु भक्त अधीन - कृष्ण और शिकारी, संत की कथा
❀
गोस्वामी तुलसीदास को श्री कृष्ण का राम रूप दर्शन
❀
गोस्वामी तुलसीदास की सूरदास जी से भेंट
❀
महाभारत में कर्ण ने श्रीकृष्ण से पूछा?
❀
सुदर्शन रूप में भक्त की प्रेत से रक्षा
❀
हे कन्हैया! क्या बिगाड़ा था मैंने तुम्हारा
❀
छोटी सी गौरैया का श्रीकृष्ण पर विश्वास
❀
श्री कृष्ण की सभी दुष्टों को एक साथ मारने की तरकीब
❀
कुछ लोग ही कृष्ण की ओर बढ़ते हैं
ब्लॉग:
❀
भगवान श्री विष्णु के दस अवतार
❀
अमेरिका में कैसे मनाई जाती है जन्माष्टमी?
❀
कनाडा में जन्माष्टमी समारोह
❀
ऑस्ट्रेलिया में कैसे मनाई जाती है जन्माष्टमी?
❀
श्रीमद भगवद गीता पढ़ने का वैज्ञानिक कारण क्या है?
❀
दही हांडी महोत्सव
भोग प्रसाद:
❀
पंचामृत बनाने की विधि
❀
मथुरा के पेड़े बनाने की विधि
❀
मखाने की खीर बनाने की विधि
❀
बालभोग बनाने की सरल विधिअगर आपको यह ब्लॉग पसंद है, तो कृपया
शेयर,
लाइक या
कॉमेंट जरूर करें!
भक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस ब्लॉग को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।
** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें।