अधिकतम व्रत जिसमें अन्न ग्रहण करना वर्जित होता है, उस व्रत में समा के चावल की खीर का उपयोग किया जाता है। आइए जानें इसे बनाने की विधि...
बनाने की विधि:
सबसे पहले समा के चावल को आधे घण्टे तक पानी डालकर भिगोने के लिए रख देते है। अब एक बर्तन में मध्यम आंच पर दूध को गर्म करने के लिए रख देते हैं, और एक चमचे की सहायता से बीच-बीच में बर्तन की तली तक दूध को अच्छे से चलाते रहते हैं, जिससे कि दूध बर्तन की तली में ना लगे।
जब दूध में उबाल आ जाए तो उसमें समा के चावल डाल कर चमचे की सहायता से चलाते रहते हैं, और जब दूध में चावल फूल जाएं (या पक जाए) तो इसमें कटी हुई मेवा को डाल देते हैं। फिर थोड़ी देर तक खीर को पकने देते हैं।
खीर के तैयार हो जाने पर इसमें चीनी मिला देते हैं और दो तीन मिनट तक चमचे से हिलाते हुए धीमी आंच पर थोड़ा और पकने देते हैं।
जब खीर पूर्ण रूप से बन जाए तो इसमें इलाइची पाउडर डाल कर मिला देते हैं,और ढक्कन को अच्छी तरह से ढक देते हैं। जिससे इलाइची की सुगन्ध खीर में अच्छी तरह से मिल जाए। इस तरह से समा के चावल की स्वादिष्ट खीर भोग के लिए तैयार हो जाती है।
समा के चावल की खीर बनाने की आवश्यक सामग्री:
समा के चावल, दूध, चीनी
मेवा - काजू, किसमिस, पिस्ता
इलायची
संबंधित अन्य नाम:
सवा के चावल की खीर, व्रत के चावल की खीर, जंगली चावल की खीर, मोरधन की खीर, सामक के चावल की खीर, जंगल राइस खीर, સામો કી ખીર, મોરિયો કી ખીર
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