भगवान श्री कृष्ण की जन्म स्थली मथुरा के पेड़े जन मानस में काफी प्रसिद्ध हैं। लोग जब भी मथुरा आते हैं, तब अपने साथ इन पेड़ों को जरूर लेकर जाते हैं। आइए इन प्रसिद्ध पेड़ों को घर मे बनाने की विधि जानते हैं...
पेड़े बनाने की विधि:
एक कढ़ाई में दो चम्मच घी डालकर कर धीमी आंच पर हल्का गर्म करते हैं। अब इस कढ़ाई में मावा/खोया* को डाल कर एक कलछी की सहायता से लगातार चलाते हुए भूनते हैं। तीन से चार मिनट भूनने के बाद मावा जब सुनहरे(गोल्डन ब्राउन) हो जाए तो इसमें एक चम्मच चीनी डाल कर अच्छी तरह मिलाने के बाद गैस को बन्द कर देते हैं। और मावा को किसी अन्य बर्तन में निकाल लेते हैं।
मावा में बूरा (तगार**) व इलाइची पाउडर डाल कर अच्छी तरह मिला लेते हैं। और मिश्रण को हाथ में लेकर एक गोला या लड्डू बना लेते हैं, तथा अब इस लड्डू को दोनों हाथों की हथेलियों के बीच में रख कर हल्का सा दबा देते हैं। इस प्रकार से पेड़ा बन कर तैयार हो जाते हैं।
पेड़े बनाने की आवश्यक सामग्री:
मावा(खोया), घी, चीनी
बूरा या तगार, इलाइची
संबंधित अन्य नाम:
खोया पेड़ा, मावा पेड़ा, मथुरा के पेड़े, ब्राउन पेड़े
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खोया: उत्तर भारत में काफी जगहों पर मावा को खोया भी बोला जाता है।
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तगार: बूरा ना मिलने की कंडीशन में, तगार का प्रयोग किया जा सकता है।
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