मुकुन्द माधव गोविन्द बोल। केशव माधव हरि हरि बोल॥
मेरो गोपाल झूले पलना, मदन गोपाल झूले पलना, पलना पलना पलना, मेरो गोपाल झूलें पलना, मदन गोपाल झूले पलना ॥
राम पे जब जब विपदा आई, कौन बना रखवाला, मेरा बजरंग बाला, मात सिया को राम प्रभु से..
मन चल रे वृन्दावन धाम, राधे राधे गाएंगे, ओ राधे राधे गाएंगे, राधे राधे गाएंगे, तेरा कोड़ी लगे न च दाम, राधे राधे गाएंगे ॥
वृन्दावन में हुकुम चले, बरसाने वाली का, कान्हा भी दिवाना है, श्री राधे रानी का ॥
कन्हैया तुम मत बनना भगवान, मैं भी बालक तु भी बालक
महिमा कही ना जाए, बाबा श्याम की, याद घनेरी आए, खाटू धाम की, ओ बाबा श्याम की, खाटू धाम की, मेरे घनश्याम की ॥