तुम राम के पुजारी,
हो बाल ब्रम्हचारी,
विनती सुनो हमारी,
बजरंग गदाधारी,
विनती सुनो हमारी,
बजरंग गदाधारी ॥
बाल समय रवि को मुख रखा,
जग में हुआ अँधियारा,
राम दास को ग्रसित किया है,
इंद्र ने वज्र से मारा,
हो गए पवन दुखारी,
हो बाल ब्रम्हचारी,
विनती सुनो हमारी,
बजरंग गदाधारी,
विनती सुनो हमारी,
बजरंग गदाधारी ॥
आप अगर ना होते सहायक,
राम ना नायक होते,
आप कृपा ना करते हे स्वामी,
हम भी ना गायक होते,
पूजे ये दुनिया सारी,
हो बाल ब्रम्हचारी,
विनती सुनो हमारी,
बजरंग गदाधारी,
विनती सुनो हमारी,
बजरंग गदाधारी ॥
तुम राम के पुजारी,
हो बाल ब्रम्हचारी,
विनती सुनो हमारी,
बजरंग गदाधारी,
विनती सुनो हमारी,
बजरंग गदाधारी ॥
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