तेरा दरबार हमनें सजाया है माँ,
तुमको बुलाया है माँ,
ये बता दो बता दो,
ये बता दो पूजा में कोई,
कमी तो नही कमी तो नही,
तेरा दरबार हमनें सजाया है माँ ॥
भूल हो कोई उसको भुला दीजिये,
अपने चरणों में मुझको जगह दीजिये,
तेरी ज्योति को हमने जलाया है माँ,
सर को झुकाया है माँ,
ये बता दो पूजा में कोई,
कमी तो नही कमी तो नही,
तेरा दरबार हमनें सजाया है माँ ॥
तुमने लाखो की बिगड़ी बनाई है माँ,
मेरी बारी क्यों देर लगाई है माँ,
मन के मंदिर में तुमको बिठाया है माँ,
सर को झुकाया है माँ,
ये बता दो पूजा में कोई,
कमी तो नही कमी तो नही,
तेरा दरबार हमनें सजाया है माँ ॥
जैसे औरो के संकट मिटाए है माँ,
आस मेरी भी पूरी कर दो ओ माँ,
तेरे भजनों को ‘मनीष’ ने गाया है माँ,
‘भावेश’ ने सजाया है माँ,
ये बता दो पूजा में कोई,
कमी तो नही कमी तो नही,
तेरा दरबार हमनें सजाया है माँ ॥
तेरा दरबार हमनें सजाया है माँ,
तुमको बुलाया है माँ,
ये बता दो बता दो,
ये बता दो पूजा में कोई,
कमी तो नही कमी तो नही,
तेरा दरबार हमनें सजाया है माँ ॥
दुर्गा चालीसा |
आरती: जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी |
आरती: अम्बे तू है जगदम्बे काली |
महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् |
माता के भजनअगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया
शेयर,
लाइक या
कॉमेंट जरूर करें!
भक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें

* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।
** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें।