शिव मोहे अपनी भस्म बना लो,
बसम बना कर तन पे रमा लो
शिव मोहे अपनी भस्म बना लो ॥
है इस जग के रिश्ते झूठे,
इनके भवर से मोहे निकालो,
शिव मोहे अपनी भस्म बना लो ॥
भूल छमा मेरी करदो हे भोले,
और परीक्षा अब मेरी ना लो,
शिव मोहे अपनी भस्म बना लो ॥
तुमसे मिलन की राह यही है,
तुम इस राह की राह निकालो,
शिव मोहे अपनी भस्म बना लो ॥
BhaktiBharat Lyrics
काट दो चौरासी के बंधन,
अपने अनूप की बात ना टालो,
शिव मोहे अपनी भस्म बना लो ॥
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