राम नाम जपते रहो,
जब तक घट घट मे प्राण ।
राम भजो, राम रटो,
राम साधो, राम राम ॥
राम की महिमा का,
कोई आर न कोई पार रे ।
लाख जतन किये,
फिर भी न समझ संसार रे ।
राम के चरणों में मिले,
इस जग के सारे धाम ।
राम भजो, राम रटो,
राम साधो, राम राम ॥
तन में, मन में, और हृदय में,
राम का गुणगान हो ।
हर घडी, हर पल, हर क्षण,
राम का ही ध्यान हो ।
राम में ही मग्न रहे,
भक्ति हो सुबह शाम ।
राम भजो, राम रटो,
राम साधो, राम राम ॥
राम नाम जपते रहो,
जब तक घट घट मे प्राण ।
राम भजो, राम रटो,
राम साधो, राम राम ॥
राम भजो, राम रटो,
राम साधो, राम राम ॥
राम भजो, राम रटो,
राम साधो, राम राम ॥
राम भजो, राम रटो,
राम साधो, राम राम ॥
राम भजो, राम रटो,
राम साधो, राम राम ॥
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया
शेयर,
लाइक या
कॉमेंट जरूर करें!
भक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।
** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें।