जय राधे! जय राधे ! जय श्री कृष्णा बोलो, जय राधे, श्री राधे मेरी, स्वामिनी, मैं राधे जू को, दास, जनम जनम, मोहि दीजियो,
भज मन, राधे, (राधे) राधे, (राधे) राधे गोविंदा, राधे, (राधे) राधे, (राधे) राधे गोविंदा...
राम की धुन में, हो के मगन, रोज करता रहूं, मैं भजन
फीता फीता फीता,,, जय हो! ओ ही लोग तर जाते,,, जय हो! जिन्होंने, माता का दर्शन किया।
जय श्री वल्लभ, जय श्री विट्ठल, जय यमुना श्रीनाथ जी । कलियुग का तो जीव उद्धार्या, मस्तक धरिया हाथ जी..
चलो मन गंगा जमुना तीर, गंगा जमुना निर्मल पानी, शीतल होत शरीर...
महू ल तो थोकिन तै दुलार वो.. दाई, महू तोर दुलरवा लईका ताव ll भकती भजन ल तोर गाव वो हो.... दाई ll