वो नमस्ते दुआ और, सलाम का नहीं, जो राम का नहीं, किसी काम का नहीं ॥
पखारो इनके चरणो को, बहा कर प्रेम की गंगा, बहा कर प्रेम की गंगा, बिछा दो अपनी पलको को, मेरे सरकार आये है, सजा दो घर को गूलशन सा, मेरे सरकार आये है ॥
जय हो जय हो तेरी माँ यशोदा के लाल, ले के अवतार आना गज़ब हो गया, त्रेता युग में थे तुम आये द्वापर में भी, त्रेता युग में थे तुम आये द्वापर में भी, तेरा कलयुग में आना गज़ब हो गया, जय हो जय हो तेरी माँ यशोदा के लाल ॥
कृष्ण घर नन्द के जन्मे, दुलारा हो तो ऐसा हो, लोग दर्शन चले आये, सितारा हो तो ऐसा हो ॥
जय जय सुरनायक जन सुखदायक प्रनतपाल भगवंता। गो द्विज हितकारी जय असुरारी सिधुंसुता प्रिय कंता ॥
विधाता तू हमारा है, तू ही विज्ञान दाता है ।
गणपति मेरे अंगना पधारो, आस तुमसे लगाए हुए है, काज कर दो हमारे भी पुरे, तेरे चरणों में हम तो खड़े है,
गणपति मेरे अँगना पधारो ॥