परमात्मा है प्यारे,
तेरी आत्मा के अन्दर ।
अम्बर है एक तारे में,
एक बूँद में समंदर ॥
परमात्मा है प्यारे,
तेरी आत्मा के अन्दर ।
परमात्मा है प्यारे,
तेरी आत्मा के अन्दर ।
इंसान से भी ज़्यादा,
विश्वास में है शक्ति ।
भगवान् बना देगी,
तुझको ही तेरी भक्ति ॥
परमात्मा है प्यारे,
तेरी आत्मा के अन्दर ।
क्यूँ लूट पे जीता है,
क्यूँ पाप कमाता है ।
अपनी ही निगाहों में,
क्यूँ खुद को गिराता है ॥
परमात्मा है प्यारे,
तेरी आत्मा के अन्दर ।
अपनी शक्ति तुम मुझ में भर दो,
मेरी कमजोरी को दूर कर दो ।
दुनिया से मैं बुराई का नाम मिटा दूँ.
जालिम शैतानों को मैं इंसान बना दूँ ॥
- Mohammad Rafi
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