Download Bhakti Bharat APP
Damodar Astakam - Damodar AstakamDownload APP Now - Download APP NowHanuman Chalisa - Hanuman ChalisaFollow Bhakti Bharat WhatsApp Channel - Follow Bhakti Bharat WhatsApp Channel

नवरात्री का त्यौहार आया: भजन (Navratri Ka Tyohar Aaya)


नवरात्री का त्यौहार आया: भजन
नवरात्री का त्यौहार आया,
वैष्णो मैया ने हमको बुलाया ॥
माता जिनको बुलाए,
वही भक्त दर पे आए,
माता जिनको बुलाए,
वही भक्त दर पे आए,
ऊँचे पर्वत पे दरबार लगाया,
वैष्णो मैया ने हमको बुलाया ॥

वही लोग है निराले,
नाम जिसका माँ बुलाले,
भक्त वही है निराले,
नाम जिसका माँ बुलाले,
फल माँ की कृपा वही पाया,
वैष्णो मैया ने हमको बुलाया ॥

सारे कष्ट करे दूर,
मैया जग में मशहूर,
सारे कष्ट करे दूर,
मैया जग में मशहूर,
लिखके ‘देवेंद्र’ यही गाया,
वैष्णो मैया ने हमको बुलाया ॥

नवरात्री का त्यौहार आया,
वैष्णो मैया ने हमको बुलाया ॥

दुर्गा चालीसा | आरती: जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी | आरती: अम्बे तू है जगदम्बे काली | महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् | माता के भजन

Navratri Ka Tyohar Aaya in English

Navratri Ka Tyohar Aaya, Vaishno Maiya Ne Humko Bulaya ॥
यह भी जानें

Bhajan Maa Durga BhajanMata BhajanNavratri BhajanMaa Sherawali BhajanDurga Puja BhajanJagran BhajanMata Ki Chauki BhajanShukravar BhajanFriday BhajanAshtami BhajanGupt Navratri BhajanJeen Bhawani BhajanJeen Mata BhajanRajasthani BhajanKuldevi Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

वेणुगीत

बह्रापीडं नटवरवपुः कर्णयोः कर्णिकारं, बिभ्राद्वासः कनककपिशं वैजयंतीं च मंगलम्। रंध्रणवेनोरधरसुधायपुरयन्गोपवृन्दैर्वृ , न्दारण्यं स्वपद्रमणं प्रविषद्गीतकीर्तिः ॥

बर्फानी बाबा तेरी जय जैकार - भजन

बर्फानी बाबा तेरी जय जैकार, चाहे दिन हो चाहे रात हो, इस मन में बस तेरी बात हो, यही गाऊँ बार बार,बर्फानी बाबा तेरी जय जैकार

गोपी गीत - जयति तेऽधिकं जन्मना

जयति तेऽधिकं जन्मना व्रजः श्रयत इन्दिरा शश्वदत्र हि । दयित दृश्यतां दिक्षु तावका स्त्वयि धृतासवस्त्वां विचिन्वते ॥

प्रणय गीत

मैवं विभोऽर्हति भवान्गदितुं नृशंसं, सन्त्यज्य सर्वविषयांस्तव पादमूलम् । भक्ता भजस्व दुरवग्रह मा त्यजास्मान्दे, वो यथादिपुरुषो भजते मुमुक्षून् ॥

युगल गीत

वामबाहुकृतवामकपोलो, वल्गितभ्रुरधरार्पितवेणुम् । कोमलाङ्गुलिभिराश्रितमार्ग , गोप्य ईरयति यत्र मुकुन्दः ॥ २ ॥

भ्रमर गीत

काचिन्मधुकरं दृष्ट्वा ध्यायन्ती, कृष्णसङ्गमम् प्रियप्रस्थापितं दूतं कल्पयित्वेदमब्रवीत् ॥

मुकुन्द माधव गोविन्द बोल - भजन

मुकुन्द माधव गोविन्द बोल। केशव माधव हरि हरि बोल॥

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
×
Bhakti Bharat APP