राम नाम के हीरे मोती, मैं बिखराऊँ गली गली। कृष्ण नाम के हीरे मोती...
करलो करलो चारो धाम, मिलेंगे कृष्ण, मिलेंगे राम जीवन सफल उसी का समझो, जिसने किया ये धाम
तुम्हीं में ये जीवन जिए जा रहा हूँ, जो कुछ दे रहें हो लिए जा रहा हूँ ॥ तुम्हीं से चला करती प्राणों की धड़कन...
शरण में आये हैं हम तुम्हारी, दया करो हे दयालु भगवन। सम्हालो बिगड़ी दशा हमारी..
करुणामयी किरपामयी, मेरी दयामयी राधे ॥
हम तुम्हारे पराये नही है, गैर के दर पे आये नहीं है, हम तुम्हारे पुराने पुजारी, हम तुम्हारे पुराने पुजारी, हमसे पर्दा करो ना मुरारी, वृन्दावन के ओ बांके बिहारी ॥
आरंभ कीजिए, प्रारंभ कीजिए, त्रैलोक्य पूज्य है राम नाम, शुभारंभ कीजिए..