नाचेंगे नाचेंगे सारे भोले की बारात में,
शुक्र सनीचर ब्रह्मा विष्णु आए साथ में,
नाचेंगे नाचेंगे सारे भोले की बारात में ॥
भोले का श्रृंगार सारे जग से निराला है,
गले में नाग नर मुण्डों की भी माला है,
नन्दी पे सवार शिव त्रिशूल हाथ में,
नाचेंगे नाचेंगे सारे भोले की बारात में ॥
भोले जी के गण सारे डमरू बजाएंगे,
भूत और प्रेत मिलके नाचे और गाएंगे,
देवता भी करे सभी हसी हसी बात में,
नाचेंगे नाचेंगे सारे भोले की बारात में ॥
ऐसा दूल्हा देख बंद शहर और बाजार हुये,
थाली फेक के भागी मैना नैना जब चार हुये,
गोरा को ना दूँगी में ऐसे हालात में,
नाचेंगे नाचेंगे सारे भोले की बारात में ॥
BhaktiBharat Lyrics
शंकर जी ने अपना प्यारा रूप दिखाया है,
मैना और हिमाचल को विश्वास फिर आया है,
भूलन त्यागी बैठ गाये संतों की जमात में,
नाचेंगे नाचेंगे सारे भोले की बारात में ॥