मेरे बांके बिहारी लाल,
तू इतना ना करिओ श्रृंगार,
नजर तोहे लग जाएगी ।
तेरी सुरतिया पे मन मोरा अटका ।
प्यारा लागे तेरा पीला पटका ।
तेरी टेढ़ी मेढ़ी चाल, तू इतना ना करिओ श्रृंगार,
नजर तोहे लग जाएगी ॥
मेरे बांके बिहारी लाल...॥
तेरी मुरलिया पे मन मेरा अटका ।
प्यारा लागे तेरा नीला पटका ।
तेरे गुंगार वाले बाल, तू इतना ना करिओ श्रृंगार,
नजर तोहे लग जाएगी ॥
मेरे बांके बिहारी लाल...॥
तेरी कमरिया पे मन मोरा अटका ।
प्यारा लागे तेरा काला पटका ।
तेरे गल में वैजयंती माल, तू इतना ना करिओ श्रृंगार,
नजर तोहे लग जाएगी ॥
मेरे बांके बिहारी लाल...॥
मेरे बांके बिहारी लाल, तू इतना ना करिओ श्रृंगार,
नजर तोहे लग जाएगी ।
आरती कुंजबिहारी की |
आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन |
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं |
आरती श्री बाल कृष्ण जी की |
ॐ जय जगदीश हरे |
मधुराष्टकम्: धरं मधुरं वदनं मधुरं |
कृष्ण भजन |
अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं |
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