पैसा ना लागे रुपया ना लागे,
ना लागे कवडी दमड़ी,
बोलो राम राम राम,
बोलो श्याम श्याम श्याम,
मनवा खेती करो हरी नाम की ॥
मन के बैल गुरु दिशा भटके,
रस्सी लगाओ गुरु ज्ञान की,
बोलो राम राम राम,
बोलो श्याम श्याम श्याम,
मनवा खेती करो हरी नाम की ॥
कहत कबीरा सुन भाई साधू,
भक्ति करो हरी हर की,
बोलो राम राम राम,
बोलो श्याम श्याम श्याम,
मनवा खेती करो हरी नाम की ॥
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया
शेयर,
लाइक या
कॉमेंट जरूर करें!
भक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।
** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें।