मेरो खोय गयो बाजूबंद, रसिया होरी में, होरी में, होरी में, मेरो खोय गयो बाजूबंद, रसिया होली में।
बिखरी ख़ुशियों की सुगंध आई होली, घर घर आनंद ही आनंद आई होली
इस होली पे , हमारे घर , श्याम आएंगे , श्याम आएंगे, ओ इस होली पे , हमारे घर , श्याम आएंगे , श्याम आएंगे..
होली खेल रहे नंदलाल वृंदावन कुञ्ज गलिन में। वृंदावन कुञ्ज गलिन में...
खेले मसाने में होरी, दिगम्बर, खेले मसानें में होरी, भूत पिशाच बटोरी, दिगम्बर, खेले मसानें में होरी ॥
आयो नंदगांव से होली खेलन नटवर नंद किशोर । नटवर नंद किशोर, आयो छलिया मखन चोर । संग में ग्वाल बाल मस्ताने, रबड़ी टिकिया घोटे छाने..
होली आई रे पिया जी रे देश रे, म्हारो श्याम हठीलो कान्हा केसर खेलत होली रे ॥