बजरंग बली बजरंग बली संकट काटो महाबली, जागो पवन पुत्र बलदाई, सीताराम की तुम्हे दुहाई, तेरी कृपा से सारी मुसीबत भक्तो की है टली टली
आज अवध में खुशिया छाई, जन्मे हैं देखो रघुराई, राम, लखन, भरत, शत्रुधन, जन्मे हैं देखो चार भाई
तेरा गुड़गांव में धाम, हो धाम ! मेरी मात शीतला महारानी । माँ के माथे पै टीका साज रहा ।
कोई जाये जो वृन्दावन, मेरा पैगाम ले जाना, मैं खुद तो जा नहीं पाऊँ, मेरा प्रणाम ले जाना..
राम नाम के हीरे मोती, मैं बिखराऊँ गली गली। कृष्ण नाम के हीरे मोती...
करलो करलो चारो धाम, मिलेंगे कृष्ण, मिलेंगे राम जीवन सफल उसी का समझो, जिसने किया ये धाम
तुम्हीं में ये जीवन जिए जा रहा हूँ, जो कुछ दे रहें हो लिए जा रहा हूँ ॥ तुम्हीं से चला करती प्राणों की धड़कन...