अवध में होरही जय जयकार, मेरे प्रभु राम आये हैं, संग सिया लक्ष्मण को लेकर, अंजनी पुत्र भी आये हैं
रघुपति राघव राजाराम, पतित पावन सीताराम ॥ सुंदर विग्रह मेघश्याम, गंगा तुलसी शालग्राम...
चलो राम के धाम अयोध्या राम बुलाते है, सज गई नगरी राघव की हम खबर सुनाते हैं
जन जन का उद्धार, करेगी राम कथा, जन जन का कल्याण, करेगी राम कथा ॥
किरपा खुब करी है आज तो नाथो के नाथ जी, सबको दर्शन देने निकले श्री जगन्नाथ जी, संग मे बहन सुभद्रा और है बलदाउ साथ जी, सबको दर्शन देने निकले श्री जगन्नाथ जी
मात अंग चोला साजे, हर रंग चोला साजे, मात की महिमा देखो, ज्योत दिन रैना जागे...
शेरावाली माँ खजाने बैठी खोल के, जोतावाली माँ खजाने बैठी खोल के, दुख सबके हरती जय हो, भंडार है भरती जय हो, तकदीर बदलती जरा देर ना लगती, जोतावाली माँ खजाने बैठी खोल के, शेरावाली मां खजाने बैठी खोल के ॥