जब भक्त बुलाते हैँ, हरि दौड़ के आते हैँ ॥ वो तो दीन और दुःखीओं को ॥
भस्म तेरे तन की, बन जाऊं भोलेनाथ, भक्ति में तेरी, रम जाऊं भोलेनाथ, शाम सुबह गुण तेरा, गाऊं भोलेनाथ,
भक्ति में तेरी, रम जाऊं भोलेनाथ ॥
करते सब पर दया की नज़र, शिव भोले शंकर, बाबा भोले बाबा बाबा भोले बाबा, बाबा भोले बाबा बाबा भोले बाबा ॥
भोले बाबा तेरे दरबार में जो आते हैं, झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है, झोलियां भरते है खाली नहीं वो जाते है ॥
क्या वो करेगा लेके चढ़ावा, सब कुछ त्याग के बैठा कहीं, भक्त नहीं वो भला है ढूंढ़ता, गुण देखे गुणगान नहीं,
मैं कहता नहीं श्रद्धा है बुरी, पर कर्म तराजू धर्म वही, भक्त नहीं वो भला है ढूंढ़ता, गुण देखे गुणगान नहीं ॥
नंदी पे बिठा के तू, घूमा दे भोले जोगिया, देखूं सारा संसार, चले पर्वत के उस पार, दुनिया देखन दे देखन दे, कलयुग का ये दौर,
गौरा बदली सारी दुनिया, बड़ा स्वार्थी संसार, वहां जाना है बेकार, तप कर लेन दे कर लेन दे, नन्दी पे बिठा के तू, घूमा दे भोले जोगिया ॥
कब लोगे खबर भोले नाथ बड़ी देर भयी बड़ी देर भयी, कब लोगे खबर भोलेनाथ, चलते चलते मेरे पग हारे,
कब लोगे खबर भोलेनाथ ॥