सतरंगी मेला है आयो,चालो श्याम दुअरिया, आयो मेलो है फागनियो खाटू चलो
कहो तो कोरे, कहो तो कोरे कागज पर, लिख दूं ये एग्रीमेंट, मैं हूँ बाबा का सर्वेंट, मैं हूँ बाबा का सर्वेंट
रंग बरसे भीगे हैं बृजबाला, रंग बरसे, ओ रंग बरसे भीगे हैं बृजबाला, रंग बरसे..
मोहे होली पे रंग दो लाल, नंदलाल, तेरे रंग में रंगने तरस रही । मोपे खूब गुलाल डारो, अपने ही रंग में, ढाल डारो, नन्द बाबा को लाला ऐसो..
मोहे होरी में कर गयो तंग ये रसिया माने ना मेरी, माने ना मेरी माने ना मेरी, मोहे होली में कर गयो तंग ॥
अरा रा रा रा रा रा रा …. अरा रा रा रा भर पिचकारी मारी है फाग मचायो श्याम, अरा रा रा रा भर पिचकारी मारी है फाग मचायो श्या, फाग मचायो श्याम सखी री फाग मचायो श्याम, फाग मचायो श्याम सखी री फाग मचायो श्याम, अरा रा रा रा भर पिचकारी मारी है फाग मचायो श्याम ॥
होली खेल रहे बांकेबिहारी आज रंग बरस रहा , और झूम रही दुनिया सारी, आज रंग बरस रहा॥