गाईये गणपति जगवंदन,
शंकर सुवन भवानी नंदन,
गणपति जगवंदन,
गाईये गणपति जगवंदन ॥
सिद्धि सगन गज वदन विनायक,
कृपा सिन्धु सुंदर सब नायक,
गणपति जगवंदन,
गाईये गणपति जगवंदन ॥
BhaktiBharat Lyrics
मोदक प्रिये मूध मंगल दाता
बिद्या वानिक बुद्धि विधाता,
शंकर सुवन भवानी नंदन,
गणपति जगवंदन,
गाईये गणपति जगवंदन ॥
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया
शेयर,
लाइक या
कॉमेंट जरूर करें!
भक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।
** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें।