भगवन मेरे भगवन,
इस मुसीबत से बचाओ भगवन,
फिर किसी रूप में आओ भगवन,
भगवन मेरे भगवन.....
कितना ढायेगी सितम ये कुदरत,
रोक अब इस पे लगाओ भगवन,
फिर किसी रूप में आओ भगवन,
भगवन मेरे भगवन.....
सबकी आँखों में हैं ग़म के आँसू,
सबके ग़म दूर भगाओ भगवन,
फिर किसी रूप में आओ भगवन,
भगवन मेरे भगवन....
इक तुम्हारे ही सहारे हम हैं,
अब कोई राह दिखाओ भगवन,
फिर किसी रूप में आओ भगवन,
भगवन मेरे भगवन....
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया
शेयर,
लाइक या
कॉमेंट जरूर करें!
भक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।
** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें।